बताया गया, किसान पंचम सिंह यादव अपने घर में सो रहा था। मंगलवार सुबह करीब पांच बजे एक तेंदुआ उसके घर में घुसा और हमला कर दिया। तेंदुए के हमले में पंचम बुरी तरह जख्मी हो गया। उधर, घायल पंचम की आवाज सुनकर घर के अन्य सदस्य जागे और घर में तेंदुआ देख शोर मचा दिया। इससे ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घर के सदस्यों को बाहर निकालते हुए वन विभाग और पन्ना टाइगर रिजर्व को सूचना दी। वन विभाग की टीम को महज ७ किमी. कर दूरी तय करने में ३ घंटे से ज्याद का समय लगा। टीम करीब ९ बजे गांव पहुंची और हालात का जायजा लेने लगी। तभी टाइगर रिजर्व की टीम भी पहुंची और ग्रामीणों को नसीहत देने लगी। सहायक संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व प्रतिभा शुक्ला और सहायक संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व पन्ना आर के सक्सेना भी मौके पर पहुंचे। तेंदुए को गांव से निकालने में देरी के कारण अधिकारियों के साथ ग्रामीणों का विवाद भी हो गया। दोपहर २.३० बजे से रेस्क्यू कर तेंदुआ को घर से बाहर निकाला गया। इस दौरान किसान की बकरियों के आठ बच्चों की मौत हो गई।
नरेश यादव, डीएफओ उत्तर वन मंडल पन्ना ने बताया कि पंचम यादव के घर में सुबह तेंदूआ घुसा और हमला कर जख्मी कर दिया। उनका इलाज करवा दिया गया है। घटनाक्रम उत्तर मंडल के मनकी वीट के कक्ष क्रमांक 376 का है। टीम ने तेंदूआ को टैं्रकुलाइज कर गांव से बाहर निकाला।