बच्चों के सुपोषण का विशेष ध्यान रखा जाए इस दौरान कलेक्टर मनोज खत्री एवं डिप्टी कमिश्नर आरके राय भी उपस्थित रहे। ग्रामवासियों से चर्चा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि बच्चों का मानसिक विकास लगभग 5 वर्ष की उम्र तक पूरा हो जाता है। इसलिए आवश्यक है कि शून्य से 5 वर्ष के बच्चों के सुपोषण का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्हें हर तरह की बीमारियों एवं विकृतियों से बचाया जाए। सुपोषण मेें खानपान का विशेष महत्व है।
इसके लिए शासन द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से टेक होम राशन एवं बच्चों के लिए पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाता है। सभी क्षेत्रवासी अपने बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र जरूर भेजें। इसी तरह विभिन्न तरह की बीमारियों से बच्चों की रक्षा के लिए टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण है।
शिशु के जन्म के बाद से ही एएनएम द्वारा कई आवश्यक टीके लगाए जाते हैं तथा जच्चा-बच्चा कार्ड में भी टीकों का विवरण एवं उम्र की जानकारी दी होती है। वर्तमान समय में मीजल्स रूबेला बीमारियों से बचाव के लिए एमआर अभियान चलाया जा रहा है। इसके अन्तर्गत भी अपने बच्चों का टीकाकरण जरूर कराएं।
उन्होंने क्षेत्रवासियों से वर्तमान पीढ़ी एवं अगली पीढी के सुरक्षित एवं स्वस्थ्य भविष्य के लिए टीकाकरण अनिवार्य रूप से करवाने का आव्हान किया। ग्राम पंचायत कल्दा में आयोजित जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर में कमिश्नर ने 600 से भी अधिक आवेदनों पर सुनवाई की। ग्रामवासियों से रूबरू होकर उनकी समस्याएं सुनी साथ ही संबंधित सरपंचों से चर्चाकर क्षेत्र की वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
उन्होंने इन समस्त आवेदनों पर तत्परता के साथ कार्यवाही करते हुए 10 दिवस के अन्दर शत-प्रतिशत निराकरण के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। कल्दा क्षेत्रवासियों द्वारा संबंधित ग्रामों में हैण्डपम्प लगवाने, हाईस्कूल खुलवाने, शिक्षकों की पूर्ति, डॉक्टरों की पदस्थापना, घाटी क्षेत्र से सड़क निर्माण, वनाधिकार पत्र आदि से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए गए।
इस दौरान कमिश्नर द्वारा विगत दिवस 11 फरवरी को कल्दा क्षेत्र में आयोजित जिला स्तरीय जनकल्याण शिविर में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की भी समीक्षा की गई। इस संबंध में जानकारी देते हुए कलेक्टर खत्री ने बताया कि ग्राम पंचायत कल्दा में आयोजित पूर्व शिविर में विभिन्न विभागों कुल 172 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिनमें से 37 आवेदनों का निराकरण उसी दिन शिविर के दौरान ही कर दिया गया था। जिसके बाद अब तक कुल 111 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है शेष में कार्यवाहीकी जा रही है।
उन्होंने शिविर में प्राप्त आवेदनों पर भी शीघ्र कार्यवाही कर प्रतिवेदन प्रेषित करने का आश्वासन दिया। जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर एवं मंच के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी गयी। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में कल्दा क्षेत्र के ग्रामवासी मौजूद रहे।