इसके अलावा चंदला में 58.27 प्रतिशत, राजनगर में 62.82 प्रतिशत, गुनौर में 71.66 प्रतिशत, पन्ना में 70.80 प्रतिशत, विजयराघवगढ़ में 69.85 प्रतिशत , मुड़वारा में 65 प्रतिशत व बहोरीबंध विस क्षेत्र 72.41 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के साथ ही लोकसभा क्षेत्र के अधिकांश मतदान केंद्रों में महिला और पुरुष मतदाताओं की लंबी लाइनें लगी रहीं।
मतदाताओं को धूप से बचाने के लिये जिला प्रशासन द्वारा मतदान केंद्रों में पेंयजल, छाया और झूलाघर आदि की व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर मनोज खत्री ने सुबह मनहर कन्या उमावि परिसर में बने आदर्श मतदान केंद्र में मतदान किया। वे दिनभर व्यवस्थाओं का जायजा भी लेते रहे। मतदान केंद्रों में सुबह से लगी लंबी लाइनें दोपहर को हुई तेज धूप के कारण कुछ कम हुईं।
कुछ मतदान केंद्रों में दोपहर में 12 बजे से 3 बजे के बीच कम ही मतदाता पहुंचे। इसी कारण इस समय में लोकसभा क्षेत्र में करीब ९ फीसदी ही मतदान हो सका था। धूप घटने के बाद मतदाता एकबार फिर अपने-अपने घरों से निकले और मतदान केंद्रों में पहुंचे। इससे मतदान केंद्रों में शाम को फिर लाइन लगी गई।
वर्ष 1998 में हुआ था 63.8 प्रतिशत मतदान संसदीय चुनाव में इस बार हुए मतदान में पिछले संसदीय चुनावों के सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए। इसबार जहां 67.89 प्रतिशत मतदान हुआ है वहीं वर्ष 1998 में हुए चुनाव का मतदान प्रतिशत 63.80 रहा है। इस संसदीय क्षेत्र में इसके पहले और बाद में इससे अधिक मतदान नहीं हुआ। पिछले चुनाव में भी मतदान का आंकड़ा 51.40 प्रतिशत तक ही सीमित रहा है। इसके अलावा वर्ष 1989 में 59.20 व वर्ष 1984 में 59.10 प्रतिशत मतदान हुआ था।
दिनभर यह रही हलचल पन्ना के पैकनपुर में पुलिस को सख्त रूख अपनाना पड़ा। मतदान केंद्र पैकनपुर में मतदाताओं की संख्या अधिक हो गई। जिससे अफरा-तफरी मच गई। वहां पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। जिससे मतदान केंद्र से कुछ मतदाताओं के वापस लौटने की सूचना मिली थी। हालांकि कलेक्टर मनोज खत्री ने मतदाताओं के वापस लौटने का खंडन किया है। कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को थोड़ा सख्त जरूर होना पड़ा है, लेकिन कोई मतदाता वापस नहीं लौटा है।
ग्राम अतरहाई के लोग पानी की समस्या से परेशान थे। मतदान के लिए केंद्र पर पहुंचे मतदाताओं ने जब पेयजल की मांग की तो वहां मौजूद पवई सीइओ जनपद सतीश नागवंशी भड़क गए। मतदाताओं ने आक्रोश जताया और एक महिला मतदाता ने बिना मतदान किए जाने की बात कही तो उन्होंने महिला से कहा कि मत डालिये वोट उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्हें थोड़े ही चुनाव जीतना है।
विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के खिरवाखुर्द गांव के मतदान केंद्र में मतदान का गांव वालों ने बहिष्कार किया। सूचना मिलने पर एसडीम विजयराघवगढ़ ने ग्रामीणों को मनाने पटवारी सुजाता को भेजा। एसडीओपी हरिओम शर्मा भी मनाने गए हैं। खिरवाखुर्द गांव बाणसागर के डूब क्षेत्र में है।
वहां पिछले 15 वर्षों से सड़क बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन हर बार आश्वासन मिलता रहा है। झूठा आश्वासन ग्रामीणों का आक्रोश का कारण बना है। सुबह सात बजे से लेकर 11 बजे तक केवल 11 मतदाताओं ने वोट डाले। इनमें से भी ज्यादातर मतदाता शासकीय सेवक रहे। गांव में कुल 450 से लेकर 500 मतदाता है।
गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र में अमानगंज तहसील के मरहा गांव में मतदान केंद्र क्रमांक एक में भी मतदान के बहिष्कार की सूचना मिली थी। वहां लोगों के आक्रोश का कारण वन विभाग की जमीन से गुजरने वाले कच्चे मार्ग पर सड़क नहीं बनाया जाना है। प्रशासनिक अमला द्वारा लगातार समझाने व मतदान करने के लिए प्रेरित करने में जुटा रहा। बाद में मतदाता माने और मतदान करने केंद्र पर पहुंचे। कलेक्टर के मुताबिक दोपहर बाद तक 465 में से 125 मतदाताओं ने मतदान किया। मतदान इसके बाद भी जारी रहा।
पवई जनपद पंचायत क्षेत्र ग्राम पंचायत ग्राम गोल्ही बूथ क्रमांक 60 पर भी सुबह से ही मतदाताओं ने समस्याओं के समाधान नही होने के कारण चुनाव का वहिष्कार किया। दोपहर करीब 12 बजे तक केवल चार कर्मचारियों ने ही वोट डाले। मतदान केंद्र पर ग्रामीण नहीं पहुंचे।
चार वर्ष से अधूरे सड़क निर्माण कार्य को पूरा नहीं किए जाने से मतदाताओं में आक्रोश था। जनपद सीइओ पवई सतीश नागवंशी मतदाताओं को मनाने पहुंचे, लेकिन कोई वोट डालने को तैयार नहीं है। बाद में एसडीएम अभिषेक सिंह ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को मांग पूरी करने का आश्वासन देते हुए दोपहर करीब ढाई बजे से मतदान शुरू कराया। इसी प्रकार से कुछ अन्य मतदान केंद्रों में भी लोग अपनी समस्याओं का समाधान नहीं होने के कारण वोट नहीं डाल रहे थे।