यही योग तीन साल बाद साल 2019 में शिवरात्रि पर बन रहा है। इसके चलते लोगों द्वारा रखे गए व्रत, किया गया दान-पुण्य आदि अन्य जीवन में सुख-शांति को बढ़ाएगा। शहर के शिवमंदिरों में तैयारियां की जा रही हैं। महाशिवरात्रि पर माता पार्वती और शिव भगवान के विवाह के भक्त साक्षी बनेंगे।
शहर में भगवान शिव की बारात गाजे-बाजों के साथ निकाली जाएगी। पं. राम प्रसाद तिवारी ने बताया कि इस मौके पर श्रद्धालुओं द्वारा दान किए चांदी के बेल पत्र, चांदी के नाग-नागिन के जोड़े उन्हें विशेष फल प्रदान करेंगे। व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं को खास ध्यान रखना है कि वह शिवरात्रि के अगले दिन तक अन्न ग्रहण न करें।
शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव कांवडि़ए भी कांवड़ लेने के लिए निकल चुके हैं। साथ ही कांवड़ के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। शिविरात्रि में भोले के जयकारे गूजेंगे।
जगह-जगह निकलेगी बारात मप्र के पन्ना जिला मुख्यालय में कई स्थानों पर मंदिरों में भगवान भोले के दर्शन को सुबह से ही कतार लग जाएगी। भक्त दूध, बेल पत्र से भगवान का शृंगार करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों में भी महाशिवरात्रि के पर्व पर भक्तों का सैलाब उमड़ेगा।
पवई, शाहनगर, अजयगढ़, गुनौर, तारा, ककरहटी, अमानगंज आदि स्थानों पर धूमधाम से शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। जगह-जगह शिव बारात निकलेगी। यहां लाखों श्रद्धालु हर साल दर्शन करने के लिए आते हैं। इस आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालु शमिल होते हैं।