वर्ष 2017 में जहां विवाह के लिए 54 महूर्त थे, वहीं 2018 में यह संख्या 59 थी। लेकिन इस वर्ष संख्या 111 है। बताया गया है कि इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले इस बार 5 दिन रवि और तीन गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग बनेगा, हालांकि 2017 में सिर्फ 3 दिन रवि और 2 दिन गुरु पुष्य का संयोग बना था। रवि गुरु के साथ पुष्य नक्षत्र का जब संयोग होता है, तो इस दौरान किए गए कार्य उत्तम फल प्रदान करते हैं।
वहीं इस साल तीन सूर्य और 2 चंद्रग्रहण रहेंगे। साल का पहला सूर्य ग्रहण 6 जनवरी को सुबह 5.04 बजे से 9.18 बजे तक रहेगा। आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। साल का दूसरा पूर्ण सूर्य ग्रहण 3 जुलाई को होगा। रात 11:31 से रात 2.15 बजे तक रहेगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा।
तीसरा सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को सुबह 8. 17 बजे लगेगा और 10: 57 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं साल का पहला चंद्र ग्रहण 1 जनवरी को सुबह 3 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। दूसरा चंद्र ग्रहण 16 जुलाई को होगा जो रात 1.30 से 4.29 बजे तक रहेगा। इससे भारत के साथ एशिया के देशों में भी दिखाई देगा।
खरीदी के महामुहूर्त रवि पुष्य पुष्य 20 जनवरी, 17 फरवरी, 17 मार्च, 14 अप्रैल, 17 नवंबर और 15 दिसंबर को रहेगा। गुरु पुष्प 6 जून, 4 जुलाई और 1 अगस्त को गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग बनेगा।
सोने-चांदी की खरीदारी शादियों के मौके पर सोने-चांदी की खरीदारी के लिए ग्राहक पूरी तैयारी में हैं। ट्रेडिशनल लुक में गोल्ड के साथ जड़ा कुंदन का क्रेज ग्राहकों को लुभा रहा है। येलो गोल्ड की सबसे ज्यादा डिमांड होती है। येलो गोल्ड में भी गहनों के कई डिजाइन मार्केट में उपलब्ध हैं।
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