क्वारंटाइन सेंटर तक में रखा गया है।
गौरतलब है कि अभी भी जिले के बड़ी संख्या में लोग दूसरे जिलों और राज्यों की सीमा में फंसे हुए हैं। जहां उन्हें समुचित सहायता नहीं मिल पा रही है। एेसे में फंसे हुए लोग पहले चरण के लॉक डाउन की सीमा समाप्त होने के बाद अपने क्षेत्र के लिए रवाना हो रहे हैं। इससे इन दिनों बाहर से आने वाले लोगों की संख्या में फिर इजाफा होने लगा है। आगामी कुछ दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है।
गौरतलब है कि अभी भी जिले के बड़ी संख्या में लोग दूसरे जिलों और राज्यों की सीमा में फंसे हुए हैं। जहां उन्हें समुचित सहायता नहीं मिल पा रही है। एेसे में फंसे हुए लोग पहले चरण के लॉक डाउन की सीमा समाप्त होने के बाद अपने क्षेत्र के लिए रवाना हो रहे हैं। इससे इन दिनों बाहर से आने वाले लोगों की संख्या में फिर इजाफा होने लगा है। आगामी कुछ दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है।
कोरोना से बिना डरे लोग अब आ रहे दूसरे जिलों से
बताया गया कि नागपुर और हैदराबाद आदि शहरों से पैदल चलकर आ रहे करीब दो दर्जन युवा गुरुवार को शाहनगर के सीमावर्ती क्षेत्र सुंगरहा पहुंचे। जहां पर राजस्व विभाग की टीम द्वारा भोजन आदि की व्यवस्थाएं की गई। पटवारी संघ तहसील शाखा शाहनगर के सचिव ब्रजेश कुमार लोधी सहित अन्य लोगों ने उनके भोजन की व्यवस्था कराकर उनकी स्क्रीनिंग कराई। इसके बाद उन्हें क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया है।
बताया गया कि नागपुर और हैदराबाद आदि शहरों से पैदल चलकर आ रहे करीब दो दर्जन युवा गुरुवार को शाहनगर के सीमावर्ती क्षेत्र सुंगरहा पहुंचे। जहां पर राजस्व विभाग की टीम द्वारा भोजन आदि की व्यवस्थाएं की गई। पटवारी संघ तहसील शाखा शाहनगर के सचिव ब्रजेश कुमार लोधी सहित अन्य लोगों ने उनके भोजन की व्यवस्था कराकर उनकी स्क्रीनिंग कराई। इसके बाद उन्हें क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया है।