माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा घोषित परीक्षा परिणामों के अनुसार जिले में इस साल हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 66.10 फीसदी रहा। विभाग के अनुसार इस साल हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में 11,978 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 11,850 परीक्षा में शामिल हुए। 3848 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, 3345 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी और 640 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण रहे। 1643 परीक्षार्थी सप्लीमेंट्री रहे।
यह रहा हायर सेकंडरी परीक्षा परिणाम
हायर सेकंडरी का जिले का परीक्षा परिणाम 62.54 फीसदी रहा। यहां लड़कों की अपेक्षा लड़कियों की सफलता का प्रतिशत ज्यादा रहा है। परीक्षा में 61.48 फीसदी छात्र और 63.49 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण रहीं। हायर सेकंडरी परीक्षा में जिले के कुल 11,266 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। जिनमें से 11,145 ने परीक्षा दी। 3404 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, 3124 द्वितीय श्रेणी, जबकि 442 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण रहे। 1800 परीक्षार्थी सप्लीमेंट्री रहे।
हायर सेकंडरी का जिले का परीक्षा परिणाम 62.54 फीसदी रहा। यहां लड़कों की अपेक्षा लड़कियों की सफलता का प्रतिशत ज्यादा रहा है। परीक्षा में 61.48 फीसदी छात्र और 63.49 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण रहीं। हायर सेकंडरी परीक्षा में जिले के कुल 11,266 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। जिनमें से 11,145 ने परीक्षा दी। 3404 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, 3124 द्वितीय श्रेणी, जबकि 442 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण रहे। 1800 परीक्षार्थी सप्लीमेंट्री रहे।
शहर के बड़े और नामी स्कूल मेरिट में फिसड्डी
जिले के बड़े और नामी स्कूलों के बच्चे प्रदेश की मेरिट में स्थान बनाने में सफल नहीं हो सके। जिला मुख्यालय में एक्सीलेंस, मॉडल, मनहर कन्या, लिस्यु, एमडीआरएल जैसे दर्जनों बड़े नामी स्कूल हैं। इसके बाद भी इनके बच्चे प्रदेश की मेरिट में स्थान बनाने में सफल नहीं हो सके।
जिले के बड़े और नामी स्कूलों के बच्चे प्रदेश की मेरिट में स्थान बनाने में सफल नहीं हो सके। जिला मुख्यालय में एक्सीलेंस, मॉडल, मनहर कन्या, लिस्यु, एमडीआरएल जैसे दर्जनों बड़े नामी स्कूल हैं। इसके बाद भी इनके बच्चे प्रदेश की मेरिट में स्थान बनाने में सफल नहीं हो सके।
बीते साल हाई का 36.79-हायर का 57.22 परिणाम
बीते सात पन्ना का हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 36.79 प्रतिशत रहा। जिले के तीन परीक्षार्थियों ने प्रदेश की टॉप टेन सूची में स्थान बनाया। हायर सेकंडरी परीक्षा में जिले के 7,389 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल थे, इनमें से 4,228 परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे। हायर सेकंडरी परीक्षा में पास रहे परीक्षार्थियों के सफलता का प्रतिशत 57.22 फीसदी रहा था।
बीते सात पन्ना का हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 36.79 प्रतिशत रहा। जिले के तीन परीक्षार्थियों ने प्रदेश की टॉप टेन सूची में स्थान बनाया। हायर सेकंडरी परीक्षा में जिले के 7,389 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल थे, इनमें से 4,228 परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे। हायर सेकंडरी परीक्षा में पास रहे परीक्षार्थियों के सफलता का प्रतिशत 57.22 फीसदी रहा था।
नए फार्मूले का जादुई खेल
इस वर्ष परिणामों में उल्लेखनीय सफलता को देख कर सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग फूला नहीं समा रहा पर असली हकीकत कुछ और है। शिक्षाविदों की माने तो यह आभाषी सफलता है जो सरकार के जादुई फार्मूले के कारण दिख रही है। असलियत में देखा जाए तो सरकार ने ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ का फार्मूला लाकर भले ही अपनी छवि बना ली हो लेकिन विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ ही किया है।
इस वर्ष परिणामों में उल्लेखनीय सफलता को देख कर सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग फूला नहीं समा रहा पर असली हकीकत कुछ और है। शिक्षाविदों की माने तो यह आभाषी सफलता है जो सरकार के जादुई फार्मूले के कारण दिख रही है। असलियत में देखा जाए तो सरकार ने ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ का फार्मूला लाकर भले ही अपनी छवि बना ली हो लेकिन विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ ही किया है।
शिक्षकों का पूरा ध्यान कोचिंग में
गौरतलब है कि शहर के नामी स्कूलों में पढ़ाने वाले ज्यादातर शिक्षक निजी कोचिंग संस्थानों का संचालन कर रहे हैं। जिनके द्वारा एक दिन में चार-पांच बैच में सुबह से देर रात तक कोचिंग पढ़ाई जाती है। एक-एक कोचिंग संस्थान में सैकड़ों की संख्या में बच्चे पढ़ रहे हैं। हर माह कोचिंग संस्था से ही लाखों रुपए कमाने वाले इन शिक्षकों द्वारा स्कूलों में पढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे शहर में बड़े नामी स्कूल होने के बाद भी इनके बच्चे मैरिट में नहीं आ पा रहे हैं। हाल यह है कि इन स्कूलों के बच्चे जिले की मैरिट में भी स्थान नहीं बना पा रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा यदि इस दिशा में जाचं की जाएगी तो सच्चाई जरूर सभी के सामने आ जाएगी।
गौरतलब है कि शहर के नामी स्कूलों में पढ़ाने वाले ज्यादातर शिक्षक निजी कोचिंग संस्थानों का संचालन कर रहे हैं। जिनके द्वारा एक दिन में चार-पांच बैच में सुबह से देर रात तक कोचिंग पढ़ाई जाती है। एक-एक कोचिंग संस्थान में सैकड़ों की संख्या में बच्चे पढ़ रहे हैं। हर माह कोचिंग संस्था से ही लाखों रुपए कमाने वाले इन शिक्षकों द्वारा स्कूलों में पढ़ाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे शहर में बड़े नामी स्कूल होने के बाद भी इनके बच्चे मैरिट में नहीं आ पा रहे हैं। हाल यह है कि इन स्कूलों के बच्चे जिले की मैरिट में भी स्थान नहीं बना पा रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा यदि इस दिशा में जाचं की जाएगी तो सच्चाई जरूर सभी के सामने आ जाएगी।
परिणाम देखने दिनभर मोबाइल में लगे रहे लोग
परीक्षा परिणाम देखने सुबह से ही मोबाइल पर छात्र-छात्राएं डटे रहे। इस साल 10वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी और अभिभावक भी खुश रहे। हालांकि हायर सेकंडरी के एक भी परीक्षार्थी के मेरिट में स्थान नहीं बना पाने को लेकर नाखुश नजर आए। शिक्षा विभाग के जुड़े लोगों का कहना है कि हाई स्कूल परीक्षा परिणाम में करीब दोगुना की वृद्धि के कारण शासन की टॉप फाइव नीति और जिला प्रशासन के ज्ञान पुंज योजना का नतीजा है। आगामी वर्ष में इससे बेहतर परिणाम की बात भी कही गई है।
परीक्षा परिणाम देखने सुबह से ही मोबाइल पर छात्र-छात्राएं डटे रहे। इस साल 10वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी और अभिभावक भी खुश रहे। हालांकि हायर सेकंडरी के एक भी परीक्षार्थी के मेरिट में स्थान नहीं बना पाने को लेकर नाखुश नजर आए। शिक्षा विभाग के जुड़े लोगों का कहना है कि हाई स्कूल परीक्षा परिणाम में करीब दोगुना की वृद्धि के कारण शासन की टॉप फाइव नीति और जिला प्रशासन के ज्ञान पुंज योजना का नतीजा है। आगामी वर्ष में इससे बेहतर परिणाम की बात भी कही गई है।
ये हैं हाई स्कूल परीक्षा में जिले के टॉप थ्री
नाम प्राप्तांक रैंक स्कूल
1. प्रद्युम्न पांडेय पिता सुखवेंद्र किशोर 485 1 हायर सेकंडरी बड़ागांव, देवेंद्रनगर
2. श्रद्धा पांडेय पिता सुरेंद्र कुमार 484 2 हायर सेकंडरी स्कूल गुखौर
3. साक्षी मिश्रा पुत्री प्रमोद कुमार मिश्रा 483 3 लिस्यु आनंद हायर सेकंडरी पन्ना
4. अभिषेक त्रिपाठी पिता विजय त्रिपाठी 483 3 लिस्यु आनंद हायर सेकंडरी पन्ना
5. सचिन चतुर्वेदी पिता प्रकाश कुमार चतुर्वेदी 483 3 सरस्वती हायर सेकंडरी देवेंद्रनगर
6. नमृता मिश्रा पुत्री चंद्रभान मिश्रा 483 3 सरस्वती शिशु मंदिर गुनौर
7. प्रभात कुमार द्विवेदी पिता रामनिवासी द्विवेदी 483 3 सरस्वती शिशु मंदिर गुनौर
नाम प्राप्तांक रैंक स्कूल
1. प्रद्युम्न पांडेय पिता सुखवेंद्र किशोर 485 1 हायर सेकंडरी बड़ागांव, देवेंद्रनगर
2. श्रद्धा पांडेय पिता सुरेंद्र कुमार 484 2 हायर सेकंडरी स्कूल गुखौर
3. साक्षी मिश्रा पुत्री प्रमोद कुमार मिश्रा 483 3 लिस्यु आनंद हायर सेकंडरी पन्ना
4. अभिषेक त्रिपाठी पिता विजय त्रिपाठी 483 3 लिस्यु आनंद हायर सेकंडरी पन्ना
5. सचिन चतुर्वेदी पिता प्रकाश कुमार चतुर्वेदी 483 3 सरस्वती हायर सेकंडरी देवेंद्रनगर
6. नमृता मिश्रा पुत्री चंद्रभान मिश्रा 483 3 सरस्वती शिशु मंदिर गुनौर
7. प्रभात कुमार द्विवेदी पिता रामनिवासी द्विवेदी 483 3 सरस्वती शिशु मंदिर गुनौर