कृषि आदानों में खाद-बीज, उर्वरक आदि का उठाव एवं भंडारण शीघ्रता के साथ करें। किसानों को आगामी बोवनी के समय में बीज एवं उर्वरक के लिए किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होना चाहिए। यदि किसानों को समय पर कृषि आदान सहकारी समितियों से नहीं होता और किसान बाजार से खाद-बीज खरीदता है तो संबंधित समिति प्रबंधक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
डीएमआर खाते न खोलने पर नाराज उन्होंने किसानों के कालातीत एवं अकालातीत खातों के संबंध में कार्यवाही न करने तथा किसानों के डीएमआर खाते न खोलने पर असंतोष जाहिर करते हुए सहकारी बैंक शाखा प्रबंधकों के वेतन रोके जाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार समिति प्रबंधकों से स्पष्टीकरण लिए जाने की बात कही।
उन्होंने निर्देश दिए कि जय किसान ऋण माफी योजना के तहत शासन से प्राप्त राशि का किसानों के खातों में जमा कराकर समायोजना करें। इसके उपरांत किसानों को आगामी आने वाले मौसम के लिए खाद-बीज उपलब्ध कराएं।
उन्होंने निर्देश दिए कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में किसानों द्वारा खरीफ एवं रबी मौसम के लिए जो ऋण राशि ली थी उसकी वसूली की कार्यवाही 30 जून से पूर्व की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सहकारी बैंक एवं सहकारी समितियों से किसानों को किसी भी तरह की कठिनाई का सामना करना पड़ता है तो संबंधित समिति प्रबंधक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
समय पर करें भुगतान उन्होंने उपार्जन से संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों की जिन फसलों का उपार्जन किया है, उनका समय पर भुगतान सुनिश्चित करें। गत वर्ष की उड़द एवं धान के लंबित भुगतानों का निराकरण शीघ्र किया जाए। इस संबंध में उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्यवाही करते हुए भुगतान करें।
विभागीय मतभेदों के चलते किसानों को समय पर भुगतान न होना अच्छी बात नहीं है। विभागीय अधिकारी भुगतान के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करते हुए किसानों को भुगतान करने की व्यवस्था करें। बैठक में कृषि, सहकारिता, विपणन, वेयर हाउसिंग आदि के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
किसानों को दिए जाएं स्वाइल हेल्थ कार्ड कलेक्टर शर्मा की अध्यक्षता में खरीफ फसलों संबंधी निर्धारित कार्यक्रम की विकासखण्डवार समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान निर्देश दिए गए कि क्षेत्र में खाद, बीज एवं कीटनाशक विक्रेताओं के यहां उपलब्ध सामग्री की गुणवत्ता का परीक्षण किया जाए।
जिले में अपंजीकृत कोई भी विक्रेता कृषि आदान विक्रय करते नहीं पाया जाना चाहिए। यदि इस तरह के विक्रेता एवं गुणवत्ताहीन कृषि आदान विक्रय करते पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध अनुविभागीय अधिकारी के सहयोग से पुलिस में प्रकरण दर्ज कराए जाएं।
निर्धारित लक्ष्य अनुसार प्रत्येक विकासखण्ड में मिट्टी के नमूने प्राप्त कर नमूनों का प्रयोगशाला से परीक्षण कराकर किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड वितरित किए जाएं। मिट्टी के नमूना अनुसार उर्वरक के उपयोग की जानकारी किसानों को दी जाए। कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग के पटवारियों के साथ मिलकर खरीफ मौसम के तहत कुल बोए जाने वाले क्षेत्र का आंकलन कर जानकारी प्रस्तुत करें।
किसानों को आत्मा परियोजना के तहत प्रत्येक विकासखण्ड में अधिक उत्पादन देने वाली फसलों की जानकारी एवं उर्वरक उपयोग की जानकारी अनिवार्य रूप से दी जाए। जिले में धान का उत्पादन कम है इसके लिए विकासखण्डवार धान की किस पद्धति से बोवनी करने से अधिक धान उत्पादन किया जा सकता है इसकी जानकारी किसानों को दी जाए। किसानों को आधुनिक तकनीक से खेती करने से होने वाले लाभों की जानकारी दी जाए।
विकासखण्डवार फसल सघनता संबंधी खरीफ एवं रबी मौसम के क्षेत्र की जानकारी दी जाए। प्रत्येक विकासखण्ड में 15-15 ग्रिड के नमूना परीक्षण अनुसार ग्रिडवार अनुशंसा एवं कृषकों द्वारा उपयोग किए जा रहे उर्वरक का तुलनात्मक विश्लेषण तैयार कर प्रस्तुत किया जाए। बैठक में किसान कल्याण तथा कृषि विकास एवं कृषि से जुड़े समस्त जिला एवं खण्डस्तरीय अधिकारियों के साथ मैदानी कर्मचारी उपस्थित रहे।