जैसा की पहले से तय था, १ अक्टूबर को पन्ना टाइगर रिजर्व के गेट खुलने थे, वैसा ही हुआ, शुक्रवार सुबह फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने पूजा पाठ कर फीता काटा और गेट का ताला खोलकर पर्यटकों के लिए दो गेट खोल दिए। टाइगर रिजर्व के कोरक्षेत्र की सफारी के लिए मड़ला और हिनोता गेट को खोला गया।
पन्ना टाइगर रिजर्व के गेट खुलते ही जूड़ी नाला के पास बाघ की साइटिंग देखकर पर्यटक खुशी से झूम उठे, दरअसल करीब तीन माह बाद टाइगर रिजर्व के गेट खुलने से पर्यटकों को काफी आनंद महसूस हो रहा है, इस बार पहली बार महिला गाइडों द्वारा पर्यटकों को भ्रमण करवाने से यहां का नजारा ही काफी बदल गया है। पन्ना टाइगर रिजर्व में इस साल बाघों के साथ ही दुर्लभ प्रजाति के गिद्ध और विलुप्त प्रजाति के वन्यप्राणी फिसिंग कैट भी है आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
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पन्ना टाइगर रिजर्व में कुल कोर क्षेत्र का करीब 20 प्रतिशत हिस्से में ही टूरिज्म की अनुमति है, यहां 70 से भी अधिक बाघ है, जिनका दीदार छुट्टियों के दिनों में करना पहले से महंगा पड़ेगा, क्योंकि अब छुट्टी के दिनों में राशि बढ़ा दी गई है। वहीं टाइगर रिजर्व के हाथी कैंप हिनौता में एक दर्जन से अधिक हाथी और उनके बच्चे हैं।
पन्ना टाइगर रिजर्व में कुल कोर क्षेत्र का करीब 20 प्रतिशत हिस्से में ही टूरिज्म की अनुमति है, यहां 70 से भी अधिक बाघ है, जिनका दीदार छुट्टियों के दिनों में करना पहले से महंगा पड़ेगा, क्योंकि अब छुट्टी के दिनों में राशि बढ़ा दी गई है। वहीं टाइगर रिजर्व के हाथी कैंप हिनौता में एक दर्जन से अधिक हाथी और उनके बच्चे हैं।
पर्यटकों के लिए एक अक्टूबर से टाइगर रिजर्व के गेट खोले दिए गए हैं, इस बार पांच महिला गाइड भी हैं। पर्यटकों के लिए हाथियों को भोजन कराने और नहलाने की सुविधा भी दी रहेगी, इसके लिए पर्यटकों से शुल्क भी लिया जाएगा।