ये है पूरा मामला गौरतलब है, केंद्र सरकार ने बजट में दमोह, सतना और खजुराहो संसदीय क्षेत्र में से किसी एक स्थान पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना का प्रस्ताव किया है। इसी को लेकर इन जिलों व संसदीय क्षेत्र के लोग अपने जिले में मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच सतना विधायक के प्रश्न पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घोषणा क्रमांक ए-363 में सतना में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए घोषणा की है। राज्य सरकार सतना में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए कृत संकल्पित है। विधानसभा में मंत्री मिश्रा द्वारा दिया गया यह वक्तव्य इन दिनों पन्ना सहित छतरपुर और दमोह में सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। साथ ही तीनों जिलों के लोग इस वक्तव्य को वायरल कर अपने-अपने जिले के नेताओं, सांसदों और विधायकों को फोन लगा पूछ रहे हैं।
मंत्री का वक्तव्य सोशल मीडिया में आने के बाद से भाजपा नेताओं को लगातार सफाई देनी पड़ रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम ने बताया कि उक्त वक्तव्य के बाद लोग कन्फ्यूज हो गए हैं। उन्हें ऐसा लग रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए हम संघर्ष कर रहे हैं। जबकि सतना के लिए राज्य सरकार द्वारा पूर्व में घोषणा की गई थी और वह वहां बनाने की बात कर रहे हैं। लेकिन यहां संघर्ष केंद्र द्वारा प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए हो रहा है। इसके संबंध में अभी तक किसी प्रकार का निर्णय नहीं हो पाया है। निर्णय होने में अभी समय लग सकता है।
विस चुनाव के बाद निर्णय
सूत्रों के अनुसार, तीनों लोकसभा क्षेत्र में से किसी एक में मेडिकल कॉलेज की स्थापना किया जाना है। इसके लिए अभी नियमावली तय की जा रही है। पूरा होने में करीब दो माह का समय लग सकता है। इसके बाद ही केंद्र द्वारा मेडिकल कॉलेज के लिए स्थान का चयन किया जा जाएगा। लेकिन तब तक विधानसभा चुनाव काफी नजदीक आ चुके होंगे।
सूत्रों के अनुसार, तीनों लोकसभा क्षेत्र में से किसी एक में मेडिकल कॉलेज की स्थापना किया जाना है। इसके लिए अभी नियमावली तय की जा रही है। पूरा होने में करीब दो माह का समय लग सकता है। इसके बाद ही केंद्र द्वारा मेडिकल कॉलेज के लिए स्थान का चयन किया जा जाएगा। लेकिन तब तक विधानसभा चुनाव काफी नजदीक आ चुके होंगे।
स्थान चयन की घोषणा आगामी विस चुनाव के बाद ऐसे हालात में जिन दो लोकसभा क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेज नहीं दिया जाएगा वहां पार्टी को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है। चुनाव के समय पार्टी यह बिल्कुल भी नहीं चाहेगी कि उसे ऐसी किसी प्रकार की घोषणा करनी पड़े। उधर, विपक्ष के लोगों को संबंधित लोकसभा क्षेत्र की जनता को बरगलाने के लिए एक मुद्दा मिल जाए। इसीलिए आशंका जताई जा रही कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए स्थान चयन की घोषणा आगामी विस चुनाव के बाद हो सकती है।
अनशन के लिए नहीं दे रहे अनुमति
पन्ना में मेडिकल कॉलेज की स्थाापना के लिए युवा संघ की ओर से 12 मार्च से नगर के छत्रसाल पार्क में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू किया गया था। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे महेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि उन्हें अनशन के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है। एसडीएम द्वारा उनसे आवेदन नहीं लिया जा रहा है। साथ ही धारा 144 के तहत कार्रवाई करने की धमकी भी दी जा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से अनशन के लिए अनुमति दिए जाने की मांग की है।
पन्ना में मेडिकल कॉलेज की स्थाापना के लिए युवा संघ की ओर से 12 मार्च से नगर के छत्रसाल पार्क में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू किया गया था। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे महेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि उन्हें अनशन के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है। एसडीएम द्वारा उनसे आवेदन नहीं लिया जा रहा है। साथ ही धारा 144 के तहत कार्रवाई करने की धमकी भी दी जा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से अनशन के लिए अनुमति दिए जाने की मांग की है।