इन्हें मौके पर ही नष्ट कर दिया गया है। पत्रिका में बीते दिनों कल्दा क्षेत्र में दो सैकड़ा से अधिक अवैध खदानें संचालित होने से संबंधित खबर प्रकाशित होने पर प्रशासन हरकत में आया। आखिरकार कलेक्टर के निर्देश पर अमले ने कार्रवाई को अंजाम दिया। गौरतलब है कि जिले के कल्दा क्षेत्र में पत्थर के रूप में बड़ी मात्रा में गौड़ खनिज उपलब्ध है।
इसके वैज्ञानिक तरीके से दोहन के लिए शासन की ओर से कुछ खदानों की स्वीकृति भी दी गई है। इन्हीं खदानों की आड़ में पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फर्शी पत्थर और बोल्डर आदि का अवैध खनन हो रहा है। पूरे क्षेत्र में दो सैकड़ा से अधिक खदानें चल रही हैं।
कलेक्टर के निर्देश परतहसीलदार अमानगंज दीपा चतुर्वेदी, धीरज गौतम, प्रमोद प्रजापति, पवन गर्ग एवं पुलिस बल की मौजूदगी में बछौन और जैतुपुरा में अवैध रूप से चल रहीं आठ खदानों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बताया गया कि दिनभर चली कार्रवाई के दौरान करीब पांच ट्रक फर्शी पत्थर और बोल्डर नष्ट किया गया है।
उक्त कार्रवाई करने के लिए पहुंचे सरकारी अमले को देखते ही खदानों में काम कर रहे मजदूर और मिस्त्री मौके से भाग गए। कार्रवाई से दिनभर कारोबारियों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। कार्रवाई नहीं होने से प्रशासन के खिलाफ जताई नाराजगी
गुनौर सहकारी समिति के खाद गोदाम में अवैध रूप से भंडारित उड़द के कवरेज के लिए गए मीडिया कर्मियों से अभद्र व्यवहार की घटना के तीन दिन बाद भी संबंधित पर कार्रवाई नहीं होने से प्रशासन के प्रति रोष है। गौरतलब है कि गोदाम से 227 बोरी उड़द मिला था।
6 लाख की राशि से अधिक का उड़द किसका है समिति प्रबंधक नहीं बता रहे हैं। मामले में जांच की बात कही जा रही है। मामले को लेकर एक दिन पूर्व मीडिया कर्मियों द्वारा ज्ञापन भी सौंपा गया था। इसके बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।