scriptजंगल से निकलकर धूप सेंक रहा था भालू, लोगों को देखते ही चढ़ गया पेड़ पर, नीचे उतारने में करनी पड़ी 13 घंटे मशक्कत, जानिए पूरा मामला | Panna Tiger Reserve | Patrika News

जंगल से निकलकर धूप सेंक रहा था भालू, लोगों को देखते ही चढ़ गया पेड़ पर, नीचे उतारने में करनी पड़ी 13 घंटे मशक्कत, जानिए पूरा मामला

locationपन्नाPublished: Feb 11, 2019 12:41:36 am

Submitted by:

Bajrangi rathore

जंगल से निकलकर धूप सेंक रहा था भालू, लोगों को देखते ही चढ़ गया पेड़ पर, नीचे उतारने में करनी पड़ी 13 घंटे मशक्कत, जानिए पूरा मामला

Panna Tiger Reserve

Panna Tiger Reserve

पन्ना। मप्र के पन्ना जिले के पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर जोन के ग्राम मोहर में रविवार को कुएं के पास धूप सेंक रहे भालू को रेस्क्यू करने में 13 घंटे लग गए। महिलाओं को सुबह छह बजे दिखा भालू शोर शराबे पर पेड़ पर चढ़ गया। पन्ना टाइगर रिजर्व और तीन रेंजों के वन अमले को उसे उतारने में दिनभर प्रयास करना पड़ा।
शाम को ग्रामीणों के घर जाने के बाद वन विभाग की टीम ने उसे आग लगाकर पेड़ से नीचे उतारा। इसके बाद वह जंगल की ओर भाग गया। इस पूरे घटनाक्रम के कारण लोगों में दिनभर दहशत का माहौल रहा। जानकारी के अनुसार अमानगंज के बफर क्षेत्र में सघन वन होने से यहां कोर क्षेत्र के वन्य प्राणी अकसर भ्रमण करते रहते हैं। कई बार रास्ता भटककर गांव पहुंच जाते हैं।
इसी तरह एक भालू ग्राम पंचायत जसवंतपुरा के मोहर में घुस गया। सुबह करीब छह बजे कुएं पर बैठकर धूप सेंक रहा था कुछ महिलाएं पानी भरने पहुंची, तो भालू को देख डर गईं और बर्तन पटक शोर मचाते हुए गांव की ओर भागीं। शोर से लोग पहुंचे और उसे भगाने को लाठी-डंडे लेकर दौड़े।
इससे भालू कुएं से भगाकर पेड़ पर चढ़ गया। ग्रामीणों ने उसे पेड़ से उतारने के काफी प्रयास किए, लेकिन उसके पेड़ से नहीं उतरने के कारण वन अमले को पूरी जानकारी दी गई।
दमोह से भी आए अधिकारी-कर्मचारी

भालू को पेड़ से उतारने बफर जोन के अमानगंज के अमले के विफल रहने पर पन्ना टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम को बुलाया। इसके साथ ही दमोह जिले के मढिय़ादो और किशनगढ़ रेंज के वन अधिकारियों को भी बुला लिया गया। अमले ने भालू को पेड़ से नीचे उतारने के लिए आग जलाई, लेकिन सफलता नहीं मिली।
रेस्क्यू के दौरान वन अमला इसका अनुमान नहीं लगा पा रहा था कि पेड़ से उतरने के बाद भालू किस दिशा में भागेगा। इसलिए ग्रामीणों को मौके पर आने के बजाए दूर ही रहने की सलाह दी जा रही थी। भालू को उतारने के प्रयास में अमला पूरे दिन लगा रहा। शाम सात बजे आग जलाकर उतारा जा सका।
हमले की आशंका

भालू के गांव में आने और पेड़ पर चढ़ जाने के बाद से पूरा दिन गांव में हड़कंप की स्थिति रही। भालू को देखने के लिए आसपास के बच्चे पेड़ के पास पहुंच गए थे। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौके पर थे। गंाव के राजेश बागरी ने बताया, आसपास के गंाव में भालू अकसर आते रहते हैं। इससे उनके हमले की आशंका बनी रहती है।
ग्रामीणों के अनुसार वन्य प्राणियों के गांव में घुसने की जानकारी देने पर वन विभाग के लोग मामले को गंभीरता से नहीं लेते हैं। इससे यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसी तरह से किसान सूअरों के आतंक से भी परेशान हैं। ***** रात को झुंड में आते हैं और खेतों में लगी पूरी फसलें नष्ट कर देते हैं।
अमानगंज बफर रेंज के रेंजर आरपी प्रजापति के अनुसार मामले की जानकारी लगने के बाद बफर रेंज के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंच गए थे। पन्ना टाइगर रिजर्व, मढिय़ादो और किशनगढ़ रेंज के वन अमले ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाकर पेड़ पर चढ़े भालू को नीचे उतारने का प्रयास किया। शाम करीब सात बजे आग जलाकर उसे नीचे उतारने में सफलता मिली।

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