उडऩदस्ता दल प्रभारी छतरपुर वृत्त रवि मिश्रा के नेतृत्व वाले उडऩदस्ता टीम में तीन-चार वन अधिकारी शामिल हैं। यह दस्ता दिनभर गिने गए ठूठों को क्रास चेक करता रहा। वहीं दूसरी ओर सहायक वन संचालक आरटी सनागो ने भी धरमपुर क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
डीएफओ नरेश यादव लगातार तीसरे दिन भी क्षेत्र के दौरे पर रहे। गौरतलब है कि धरमपुर रेंज के कक्ष क्रमांक पी-52 में तीन सौ से अधिक पेड़ों के काटे जाने के मामले का पत्रिका द्वारा खुलासा किया गया था। इसके बाद से ही वन अमले में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। डीएफओ तीन दिनों से वहां डेरा डाले हैं। वे क्षेत्रीय अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं और उन्हें निर्देशित भी कर रहे हैं।
इसके साथ ही पहाड़ी पर काटे गए पेड़ों की गिनती के लिए ठूठों की मार्किंग करने और उनकी गिनती का काम दूसरे दिन भी जारी रहा। दूसरे दिन ठूठों की गणना का काम पूरा होने तक 312 ठूठों को मार्क करने के बाद चेक व क्रास चेक किया जा चुका था।
कुडऱा के जंगल में भी काटा गया सागौन धरमपुर रेंज के कक्ष क्रमांक पी-52 में सैकड़ों की संख्या में पेड़ों को काटे जाने का मामला अभी चल ही रहा है कि सूत्रों द्वारा कुडऱा के जंगल में भी बड़ी संख्या में सगौन के पेड़ काटे जाने की जानकारी दी गई।
बताया गया कि मामले की जानकारी लगने के बाद डीएफओ नरेश यादव धरमपुर से अधिनस्थ अमले के साथ कुडऱा के जंगल की ओर चले गए थे। अधिकारियों के कुर्सी प्रेम का ही नतीजा है कि एक ओर जंगल धड़ाधड़ कट रहे हैं और दूसरी ओर अधिकारी घरों और दफ्तरों में चैन से नौकरी कर रहे हैं।