इसके बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। आशंका जताई जा रही है कि टैं्रकुलाइज करने के दौरान दवा के ओवरडोज या फिर घावों में पड़े कीड़ों के कारण मौत हो सकती है। गौरतलब है कि २६ मार्च को तेंदुआ जरुआपुर निवासी ग्रामीण पंचम सिंह यादव के घर में घुस गया था।
जिसे करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद टैं्रकुलाइज कर पकड़ लिया गया था। उसके शरीर में कुछ पुराने घाव भी थे। इससे उसे उपचार के लिए स्मृतिवन में रखा गया था। तेंदुए के मौत की पुष्टि करते हुए डॉ. गुप्ता ने बताया, तेंदुए के शरीर में 10-12 पुराने घाव थे। उनमें कीड़े पड़े थे। जब उसे पकड़ा गया था तब भी उसकी हालत गंभीर थी। संभवतया इसी करण उसकी मौत हुई होगी।