फील्ड डायरेक्टर ने बताया, पन्ना टाइगर रिजर्व के अमानगंज बफर जोन में एक बिना कॉलर आइडी वाली बाघिन को पार्क अमले ने तीन शावकों के साथ देखा है। बच्चों को देखकर अनुमान लगाया गया है कि बाघिन ने करीब एक माह पूर्व शावकों को जन्म दिया होगा। उन्होंने बताया, यह वही बाघिन है जिसे अक्सर पन्ना-अमानगंज मार्ग पर देखा जाता रहा है। बाघिन और शावकों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
बफर क्षेत्र में सुरक्षा मजबूत कर दी गई है और गश्त भी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा एक अन्य बाघिन टी-6 ने दो शावकों को जन्म दिया है। उसके भी करीब एक माह पूर्व शावकों को जन्म दिए जाने की बात कही गई है। पार्क प्रबंधन से जुड़े लोगों के साथ ही वाइल्ड लाइफ से जुड़े लोगों ने भी एकसाथ पांच शावकों के आमद का स्वागत करते हुए प्रसन्नता जताई है।
बाघिन और शावकों की सुरक्षा की चिंता कुछ दिन पूर्व ही सतना जिले के मझगवां रेंज के जंगल में एक अर्ध वयस्क शावक का करंट लगाकर शिकार कर लिया गया था। इससे टाइगर रिजर्व के बफर जोन में घूम रही बाघिन और शावकों की सुरक्षा की वाइल्ड लाइफ से जुड़े लोगों को खासी चिंता है। टाइगर रिवर्ज के कोर जोन की अपेक्षा बफर जोन में सुरक्षा कम होती है। वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने कहा, शिकार के मामले में पन्ना का रिकॉर्ड खराब रहा है।
पन्ना के चारों ओर शिकारियों की गतिविधियां जारी हैं। कटनी पारधी और बहेलिया समुदाय के लोगों का गढ़ रहा है और पन्ना से काफी नजदीक भी है। यहां किसी बड़े गिरोह को अब तक पकड़ा भी नहीं गया है। इससे बाघिन और शावकों की सुरक्षा गंभीर मामला है। हम एनटीसीए को बाघिन और शावकों की सुरक्षा सुनिश् िचत कराने के लिए अनुरोध करेंगे।
टाइगर रिजर्व की दो बाघिनों ने पांच शावकों को जन्म दिया है। एक अनकॉलर्ड बाघिन ने अमानगंज बफर क्षेत्र में तीन शावकों को जन्मा है। वहीं दूसरी ओर बाघिन टी-6 ने भी गहरीघाट में दो शावकों को जन्म दिया है। बाघों की सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।
केएस भदौरिया, फील्ड डायरेक्टर, पन्ना टाइगर रिजर्व
केएस भदौरिया, फील्ड डायरेक्टर, पन्ना टाइगर रिजर्व