घरों में रखा सामान भी सुरक्षित नहीं
बंदरों का आतंक इतना है कि घरों के अन्दर रखा भी समान सुरक्षित नहीं बचता। बंदरां का समूह घरों में घुसकर खाने का समान,कपडे सहित अन्य सबिज्यां व अन्य सामान उठाकर ले जाते हैं। किसानों की खेतों में लगी सब्जी की फसल तक उखाड़ देते हैं। ककरहटी व ग्रामीण अंचल के लोगों ने सीएम हेल्पलाइन मेें शिकायत कर चुके हैं। जनसुनवाई, वन विभाग और जिला प्रशासन से भी बंदरों को पकडने की मांग कई वार स्थानीय लोगों द्वारा की गई है , लेकिन अधिकारियों ने वंदरों को पकडऩे के लिये आज तक कोई कदम नहीं उठाया। ककरहटी निवासी महेश मस़्ि़़त्री,रानीपुरा निवासी श्रीराम गौतम,गढ़ीपडरिया निवासी नरेन्द्र खरे,वद्री विश्वकर्मा ने बताया, हम लोग २४ घंटे बंदरों से घरों व खेतों की रखवाली कर रहे हैं। इनके कारण कोई काम नहीं कर पाते हैं। ग्रामीणों ने बंदरों को पकडऩे की व्यवस्था शीघ्र किए जाने की मांग की है।