पन्ना पुलिस ने बताया कि 10 जुलाई को लड़की रागिनी घर से लापता हो गई थी। अगले दिन 11 जुलाई को परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। एसे में लड़की की दस्तावेजी बरामदगी करना जरूरी था। युवती ने बयान में कहा कि वह जिससे शादी कर चुकी है उसी के साथ रहना चाहती है। अपने घर नहीं जाना चाहती। पुलिस ने युवती के वीडियो रिकॉर्डेड बयान दर्ज करते हुए उसे युवक के सुपुर्द कर दिया। एसपी ऑफिस से पन्ना पुलिस दोनों को अपने साथ लेकर गई और फिर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा गया।
रागिनी ने पन्ना से भागकर भोपाल के आर्य समाज मंदिर में शादी की। उसने भोपाल में भी अपने और पति दीनदयाल कुशवाहा की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसके बाद वह विवाह का प्रमाण-पत्र लेकर सतना पुलिस के पास पहुंची और वहां भी सुरक्षा दिए जाने की बात कही। सतना से सूचना के बाद पन्ना पुलिस और महिला पुलिसकर्मी सतना पहुंचे। वहां उन्हें दस्तयाब करने के बाद महिला पुलिस अधिकारी ने युवती के बयान दर्ज किए। पुलिस को दिए बयान में रागिनी ने बताया कि वह बालिग है और दीनदयाल के साथ अपनी मर्जी से विवाह किया है। अब वह अपने पति के साथ रहना चाहती है। वह परिवार के लोगों से मिलना भी नहीं चाहती। रागिनी को फिलहाल पुलिस ने उसके बताये स्थान पर पहुंचा दिया है।
युवती के पिता क्षेत्र के संपन्न परिवार से हैं। इसलिए वे अपनी लड़की के प्रेमी व पति को पकड़वाने के लिए पुलिस पर दबाव बनाए हुए हैं। यही कारण है कि वे स्थानीय लोगों के साथ मिलकर दो बार थाने का घेराव भी कर चुके हैं। उन्होंने मामले में बेटी के गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। बताया गया कि प्रेमी दीनदयाल तत्कालीन पवई विधायक के पवई कार्यालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर का कार्य करता था।