यह मामला पन्ना की रैपुरा तहसील क्षेत्र में आया है। जहां पोस्टमार्टम में हुई देरी के कारण शव की बेकद्री से दुर्गंध आने लगी थी। ऐसे मेंउसके आसपास खड़ा होना तक मुश्किल हो गया।
ग्रामीणों के अनुसार रैपुरा के ग्राम सलैया सिमारी में शनिवार की सुबह एक गर्भवती की कुएं में गिरने से मौत हो गई। परिजन शाम पांच बजे पुलिस के साथ शव का पोस्टमार्टम कराने अस्पताल पहुंचे।
वहां एक ही डॉक्टर होने व महिला के नवविवाहित होने के कारण पोस्टमार्टम शनिवार को नहीं हो सका। दूसरे दिन दोपहर 12 बजे के बाद डॉक्टर के आने पर पोस्टमार्टम शुरू हुआ। तब तक शव इतनी तेज दुर्गंध देने लगा था कि लोग पास में जा नहीं पा रहे थे।
शाहनगर से मांगा था डॉक्टर
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रैपुरा में पदस्थ डॉ. एमएल चौधरी ने बताया कि महिला नवविवाहित थी। इसलिए उसके शव का पोस्टमार्टम करने के लिए कम से कम दो डॉक्टरों का होना जरूरी था। उन्होंने शनिवार की शाम को ही शाहनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सूचना भेजकर पोस्टमार्टम के लिए एक डॉक्टर मांगा था। लेकिन, शनिवार को शाहनगर से नहीं आने के कारण पोस्टमार्टम अटक गया।
शव सुरक्षित रखने के इंतजाम तक नहीं
परिजनों ने बताया कि पीएचसी रैपुरा में शव को सुरक्षित रखने के कोई इंतजाम नहीं हैं। अस्पताल प्रबंधन भी शव को लावारिस छोड़ देता है। इस मामले में भी ऐसा ही दिखा। शव को सुरक्षित रखने के लिए बर्फ य डीप फ्रीजर की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसका असर यह हुआ कि रविवार की सुबह होते - होते शव सड़ांध मारने लगा। दोपहर 12 बजे के बाद शाहनगर से डॉक्टर सर्वेश लोधी पहुंचे, तब पोस्टमार्टम हो सका। इस दौरान दुर्गंध इतनी थी कि वहां खड़े होना मुश्किल था।