जिसे उसके चंगुल से छुड़ाना आसान नहीं था। ऐसी स्थिति में वहां मौजूद लोगों ने तुरन्त वन परिक्षेत्राधिकारी अजयगढ़ को सूचना दी। फलस्वरूप वन अमला मौके पर पहुँच गया लेकिन विशालकाय अजगर को देख वन कर्मचारी भी उसके निकट जाने का साहस नहीं कर पा रहे थे। ऐसी स्थिति में सांप पकडऩे में कुशल स्थानीय युवक मन्नान खान को बुलाया गया। इस युवक ने साहस दिखाते हुये बड़ी कुशलता के साथ इस विशालकाय अजगर को काबू में कर फंदे में फंसी बकरी को मुक्त कराया लेकिन तब तक बकरी की मौत हो चुकी थी।
युवक ने अजगर पकड़ कर सौपा वन विभाग को
सर्प पकडने में माहिर स्थानीय युवक मन्नान खान को वन अधिकारियों के निर्देशन पर प्राईवेट कर्मचारी के तौर पर वन विभाग में रखा गया है। इस युवक ने अब तक हजारों खतरनाक सांपों को पकड कर जंगल में छोडने का काम किया है। बडी मशक्कत के बाद मन्नान खान द्वारा 15 फीट लम्बे इस विशालकाय अजगर को अपने कब्जे में लेकर उसे वन अमले के हवाले कर दिया। वन विभाग का उडन दस्ता दल इस अजगर को लेकर पन्ना घाटी के खोहे मे सुरक्षित छोड दिया है।
वजन 70 किलो रेंजर अजयगढ़ अजय बाजपेयी ने बताया कि पकड़े गये अजगर का वजन 70 किलो तथा लम्बाई 15 फीट है। इस इलाके में अब तक का यह सबसे बडा सॉप बताया जा रहा है। वन परिक्षेत्राधिकारी ने बताया कि अजगर के जकड़ लेने पर इंसान हो या जानवर उसकी दम घुटने या फिर हृदय गति रुक जाने से मौत हो जाती है। इसके बाद अजगर अपने शिकार को पूरा का पूरा निगल लेता है। अजगर के जबड़े लचीले लिगामेंट से जुड़े होते हैं जिससे वह अपने बड़े शिकार को भी आसानी से मुँह में डाल लेते हैं। भारी भरकम अजगर मिलने की यह घटना अजयगढ़ सहित समूचे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
खतरनाक जीव जंतुओं से भरे है यहां के जंगल
पन्ना के जंगल में खतनाक जींव जंतु पाए जाते है। यहां के जंगलों से आएं दिन घटनाएं देखने सुनने को मिलती है। जंगल में लकडियां बीनने व पालतू मवेशियों को चराने जाने वाले इनके शिकरा होते रहते है। गौरतलब है कि बीते तीन माह में दर्जन भर से अधिक घटनाएं हो चुकी है। जिनमें लगभग आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है।