जानकारी के अनुसार गांव के एक युवक को बीते दिनों कोरोना संक्रमित पाया गया था। इसके बाद से इस गांव के लोगों की गतिविधियों पर पहरा बैठ गया है। गांव तक पहुंचने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। यहां दूसरे दिन भी लोगों के सेहत की जाचं के लिए स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला तैनात रहा। देवेंद्रनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा द्वारा लोगों की स्क्रिीनिग की जा रही है। कल से अभी तक 986 लोगों की स्क्रिीङ्क्षिग हो चुकी है। साथ ही 20 लोगो के सेम्पलिंग की गई है। अभी ग्राम के लोगो की जांच जारी है। जिन लोगो को सर्दी खासी बुखार आदि है। उनके लक्षणों के आधार पर सेम्पलिंग ली गई है । उनको होम आइसोलेशन में रखा गया है।
सालों बाद भी नहीं सुधरी नल जल योजना
बताया गया कि ग्राम बरबसपुरा की नल जल योजना सालों से बंद पड़ी है। जिम्मेदारों ने इसे सुधरवाया नहीं है। गांव के लोग पानी के लिए पूरी तरह से हैंडपंपों पर आश्रित हैं। बताया गया कि गांव में १३ हैंडंपंप हैं। इनमें से कुछ हैंडपंप खराब पड़े हैं। ग्राम पंचायत द्वारा टैंकर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति करने की बात भी कही गई है। ग्रामीणों ने बताया, बिजली की कटौती से सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। बिजली गुल होते ही लोग घरों से बाहर निकलकर आंगन और सड़कों में आ जाते हैं। ग्राम में किराना आदि सामग्री लोगों तक पहुचने के लिए कुछ फोन नंबर दिए गए हैं। उन्हीं नंबरों के माध्यम से वालेंटियर द्वारा वस्तुएं पहुचंाई जाएंगी। इसी तरह से सब्जी की व्यवस्था के लिये 3 लोगों को लगाया गया है ।