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दो माह में दूसरी बार तोड़ी केन की धार, रेत निकालने को बना अवैध पुल तोड़ा

locationपन्नाPublished: Mar 20, 2019 04:42:58 pm

Submitted by:

suresh mishra

जनवरी में कार्रवाई के बाद पुल दोबारा बनाने में वर्षों से जमे कर्मियों ने निभाई बिचौलियों की भूमिकाधार रोक बीच नदी से मशीनों के जरिए निकाली जा रही रेत

Sand mining illegal bridges in panna

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पन्ना/अजयगढ़. ग्राम पंचायत बीरा द्वारा संचालित रेत खदान बीरा नंबर तीन में कुछ दिनों पूर्व ही केन नदी की धार रोकने का दुस्साहस किया। पंचायत के नाम पर रेत कारोबारियों की ओर से बड़ा इनवेस्टमेंट कर बीच नदी तक पहुंचने और नदी के अंदर से रेत निकालने के लिये अवैध पुल का निर्माण कर लिया गया। पत्रिका ने मंगलवार के अंक में मामले को प्रकाशित किया था। इसके बाद मंगलवार सुबह से ही प्रशासन हरकत में आया और दोपहर तक पुल तोडऩे की तैयारियां पूरी कर ली गई। एसडीएम आरुषी जैन के नेतृत्व वाले राजस्व अमले ने दोपहर बाद जेसीबी और पोकलैंड मशीन लेकर मौके पर पहुंचा तो देखा कि आधी नदी की धार रोक दी गई थी। इसके बाद पुल को तोडऩे के लिये प्रशासन की टीम देर शाम तक मौके पर ही मौजूद रही।
जानकारी के अनुसार माह जनवरी के अंतिम दिन पत्रिका की खबर के बाद ही जिला प्रशासन के निर्देश पर नायब तहसीलदार के नेतृत्व वाले दल ने इस पुल को तोड़ा था। साथ ही खदान प्रबंधन को दोबारा पुल नहीं बनाने की सख्त हिदायत दी गई थी। बताया गया कि इसके बाद पंचायत के लोग कुछ दिन तक सकते में रहे और पुल उसी तरह से टूटा रहा।
कुछ दिनों बाद पंचायत के लोग तहसील, एसडीएम और पुलिस थाने में दशकों से जमे कर्मचारियों से मुलाकात की और कर्मचारियों ने उनकी कथित रूप से अधिकारियों से सेटिंग बनवा दिया। इसके बाद दोबारा फिर तोड़े गए पुल की ही रिपेयरिंग करके उसे रेत के अवैध उत्खनन और अवैध परिवहन के लायक बना दिया गया। सेटिंग बनने के बाद से पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों का भी उनपर खौफ नहीं था।

ग्राम पंचायत को भी सख्त हिदायत दी गई
सेटिंग से दोबारा पुल बनने और उनमें बिचौलियों की महत्वपूर्ण भूमिका के गठजोड़ का पत्रिका ने मंगलवार को भांडाफोड़ किया। इसमें बताया गया कि किस प्रकार से इन कार्यालयों में दशकों से जमे कर्मचारी खुद तो मोटी कमाई करते ही हैं साथ ही अधिकारियों के लिये पुल का काम करते हैं। मामला उजाकर होने के बाद कलेक्टर मनोज खत्री द्वारा पुल को तोडऩे के लिये निर्देशित किया गया। इसके बाद दोपहर में एसडीएम आरुषि जैन, नायब तहसीलदार केके शर्मा, सदर पटवारी अर्जुन सिंह, रामौतार, संतोष, राजस्व अमले के साथ व पुलिस बल बीरा चौकी प्रभारी एवं भइयामन को लेकर शाम 4 बजे करीब एलएनटी और जेसीबी लेकर पुल के पास पहुंचे। एक एलएनटी एवं एक जेसीबी मशीन से छतरपुर जिला की सीमा तक बना पुल पूरी तरह से तोड दिया। बताया गया कि पुल तोडऩे का काम देर शाम तक चलता रहा। एसडीएम आरुषि जैन ने बताया पुल को पूरी तरह से तोड़ दिया गया है साथ ही ग्राम पंचायत को दोबारा नदी के अंदर पुल नहीं बनाने की सख्त हिदायत दी गई है।
कलेक्टर महोदय के निर्देशन पर रेत खदान बीरा क्रमांक 3 में बना अवैध पुल तोड़कर केन की धार को बहाल किया गया। दोबारा इस तरह की पुनरावृति न हो, इसके लिए सतत निगरानी रखी जाएगी। अवैध रेत उत्खनन परिवहन मेरे अनुभाग मे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शासन के नियमानुसार ही रेत का कारोबार चलेगा।
आरुषी जैन, एसडीएम अजयगढ़

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