तीनों शावकों व बाघ की हो चुकी है मौत
संजय टाइगर रिजर्व में तीन शावकों को जन्म देने वाली बाघिन टी-२२ की वर्चस्व की लड़ाई में घायल हो गई थी। लेकिन समय पर उपचार न मिल पाने के कारण उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद एक शावक की मौत भी हो गई थी। दो शावकों को संजय टाइगर रिजर्व से हटाकर शहडोल ले जाया गया, लेकिन उन्हें भी नहीं बचाया जा सका। एक दिन के अंतराल में तीनों शावकों की मौत हो गई।
संजय टाइगर रिजर्व में तीन शावकों को जन्म देने वाली बाघिन टी-२२ की वर्चस्व की लड़ाई में घायल हो गई थी। लेकिन समय पर उपचार न मिल पाने के कारण उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद एक शावक की मौत भी हो गई थी। दो शावकों को संजय टाइगर रिजर्व से हटाकर शहडोल ले जाया गया, लेकिन उन्हें भी नहीं बचाया जा सका। एक दिन के अंतराल में तीनों शावकों की मौत हो गई।
विभाग का दावा हर साल पैदा होते शावक
संजय टाइगर रिजर्व मे भले ही फील्ड में बाघ नहीं दिखाए दे रहे हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी प्रतिवर्ष आधा दर्जन से ज्यादा शावकों के जन्म होने के दावे कर रहा है। विभाग का कहना है कि इस वर्ष भी दो मादा बाघ ने आठ शावकों को जन्म दी हैं, किंतु उसकी फुटेज विभाग आज तक प्रस्तुत नहीं कर पाया है, जबकि रिजर्व क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में कैमरे लगाए गए हैं। इधर, सीधी में संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक बिसेंट रहीम ने कहा कि संजय टाइगर रिजर्व में बाघों का हर साल प्रजनन हो रहा है, इस वर्ष भी दो मादा बाघ ने चार-चार की संख्या मे आठ शावकों को जन्म दी हैं।
संजय टाइगर रिजर्व मे भले ही फील्ड में बाघ नहीं दिखाए दे रहे हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी प्रतिवर्ष आधा दर्जन से ज्यादा शावकों के जन्म होने के दावे कर रहा है। विभाग का कहना है कि इस वर्ष भी दो मादा बाघ ने आठ शावकों को जन्म दी हैं, किंतु उसकी फुटेज विभाग आज तक प्रस्तुत नहीं कर पाया है, जबकि रिजर्व क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में कैमरे लगाए गए हैं। इधर, सीधी में संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक बिसेंट रहीम ने कहा कि संजय टाइगर रिजर्व में बाघों का हर साल प्रजनन हो रहा है, इस वर्ष भी दो मादा बाघ ने चार-चार की संख्या मे आठ शावकों को जन्म दी हैं।