तीन माह में ही निकला सड़क का दम
गौरतलब है कि 16.30 किमी. लंबे कटन, गिरवारा, फतेहपुर सिमरी मार्ग का निर्माण 999.30 लाख रुपए की गालत से किया गया है। इसकी ठेकेदार एजेंसी स्वप्निल सिंह सतना के हैं। उक्त मार्ग को वास्तवविक रूप में पूरा करने की तिथि 15 जून 2019 निर्धारित थी। मार्ग के निर्माण कार्य का भूमि पूजन तत्कालीन सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह ने किया था। तब सड़क का बजट 741.65 लाख रुपए स्वीकृत था। काम के समापन के ठीक पहले इसके लिए स्वीकृत राशि बढ़कर करीब 10 करोड़ रुपए हो गई। पूर्व स्वीकृत राशि के बाद भी अनावश्यक रूप से इसके लिए अतिरिक्त राशि स्वीकृत करने को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि 16.30 किमी. लंबे कटन, गिरवारा, फतेहपुर सिमरी मार्ग का निर्माण 999.30 लाख रुपए की गालत से किया गया है। इसकी ठेकेदार एजेंसी स्वप्निल सिंह सतना के हैं। उक्त मार्ग को वास्तवविक रूप में पूरा करने की तिथि 15 जून 2019 निर्धारित थी। मार्ग के निर्माण कार्य का भूमि पूजन तत्कालीन सांसद नागेंद्र प्रताप सिंह ने किया था। तब सड़क का बजट 741.65 लाख रुपए स्वीकृत था। काम के समापन के ठीक पहले इसके लिए स्वीकृत राशि बढ़कर करीब 10 करोड़ रुपए हो गई। पूर्व स्वीकृत राशि के बाद भी अनावश्यक रूप से इसके लिए अतिरिक्त राशि स्वीकृत करने को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
बारिश बाद दोबारा बनवाने का था आश्वासन
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि ठेकेदार एजेंसी द्वारा बारिश के बाद सड़क को दोबारा बनवाने का आश्वासन दिया गया था, अब सड़क दोबारा बनवाने के बजाए ठेकेदार पेंचर्वक करके ही समय काट रहा है। स्थानीय लोगों ने मामले में जांच कर कर्रावाई की मांग की है। क्षेत्रीय विधायक से भी मामले में ठेकेदार एजेंसी को सड़क का उचित प्रकार से रखरखाव कराने और निर्माण के दौरान हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की गई है।
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि ठेकेदार एजेंसी द्वारा बारिश के बाद सड़क को दोबारा बनवाने का आश्वासन दिया गया था, अब सड़क दोबारा बनवाने के बजाए ठेकेदार पेंचर्वक करके ही समय काट रहा है। स्थानीय लोगों ने मामले में जांच कर कर्रावाई की मांग की है। क्षेत्रीय विधायक से भी मामले में ठेकेदार एजेंसी को सड़क का उचित प्रकार से रखरखाव कराने और निर्माण के दौरान हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की गई है।
यहां भी ठेकेदार कर रहे गड़बड़ी
बताया गया है कि उक्त ठेकेदार को ही महेबा से गुनौर और गुनौर से डिगौरा मार्ग के डामरीकरण का ठेका दिया गया है। जहां भी ठेकेदार द्वारा उक्त मार्ग की तरह घटिया स्तर की निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। जिसकी ओर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे संबंधित क्षेत्र के लोगों में भी असंतोष है।
बताया गया है कि उक्त ठेकेदार को ही महेबा से गुनौर और गुनौर से डिगौरा मार्ग के डामरीकरण का ठेका दिया गया है। जहां भी ठेकेदार द्वारा उक्त मार्ग की तरह घटिया स्तर की निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। जिसकी ओर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे संबंधित क्षेत्र के लोगों में भी असंतोष है।
राजनीतिक रसूख के आगे नतमस्तक
बताया गया है कि ठेकेदार सतना का है और उन्हें क्षेत्र के राजनेताओं का संरक्षण प्राप्त है। राजनेताओं से उसकी नजदीकी के कारण जिला प्रशासन के आला अधिकारी मामले में किसी प्रकार का हस्ताक्षेप नहीं कर रहे हैं। इसी का कारण यह था कि सड़क निर्माण के दौरान ही कईबार शिकायत होने के बाद भी उचित कार्रवाई नहीं की गई। जबकि जांच के लिए विभाग के आला अधिकारी भी सड़क का निरीक्षण किया था।
बताया गया है कि ठेकेदार सतना का है और उन्हें क्षेत्र के राजनेताओं का संरक्षण प्राप्त है। राजनेताओं से उसकी नजदीकी के कारण जिला प्रशासन के आला अधिकारी मामले में किसी प्रकार का हस्ताक्षेप नहीं कर रहे हैं। इसी का कारण यह था कि सड़क निर्माण के दौरान ही कईबार शिकायत होने के बाद भी उचित कार्रवाई नहीं की गई। जबकि जांच के लिए विभाग के आला अधिकारी भी सड़क का निरीक्षण किया था।