स्कूली बच्चे और गांव के सैकड़ों लोग रोज छोटी दीवार के सहारे जान जोखिम में डालकर इस रपटे से निकलते हैं। बुधवार की सुबह निकलने के दौरान एक बालक साइकिल सहित खाई में गिर गया। इससे उसके शरीर के कई हिस्सों में चोटें आर्इं। आसपास मौजूद लोगों ने आनन-फानन में पहले बालक और उसकी साइकिल को निकाला।
उक्त घटना के बाद ग्राम पंचायत के सचिव और सरपंच के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश है। दस वर्ष पूर्व हुआ था निर्माण : ग्राम पंचायत बिरवाही के लोगों ने बताया कि बमुरहिया में उक्त रपटा का निर्माण करीब 10 वर्ष पूर्व कराया गया था। दो साल पूर्व पुल के दोनों ओर का मिट्टी वाला हिस्सा बह गया था।
एक ओर की दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। उक्त पुल से बमुरहिया और पप्टहा गांव व बिरवाही के भी लोग आवागमन करते हैं। पुल के कारण इन गांवों की आपस में दूरी करीब आधा किमी. रह गई थी, जबकि दूसरे रास्ते से आने में तीन किमी. लंबा सफर करना पड़ता है।
यही कारण है कि गांव के लोग और सैकड़ों की संख्या में बच्चे जान जोखिम में डालकर प्रतिदिन निकल रहे हैं। ग्रामीण लंबे समय से उक्त क्षतिग्रस्त रपटा को बनवाने की मांग कर रहे हैं। इसके बाद भी सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक सहित जनपद के अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जबकि गांव के लोग कई बार मामले की शिकायत जनसुनवाई में भी कर चुके हैं।
स्कूल जा रहा था बच्चा बुधवार की सुबह स्कूल जाने के दौरान एक बच्चा साइकिल सहित खाई में गिर गया। इससे उसे काफी चोटें आर्इं। बच्चे को साइकिल सहित खाई में गिरता देख आसपास मौजूद लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पहले बच्चे को बाहर निकाला और इसके बाद उसकी साइकिल को।
गिरने के बाद बच्चा काफी डरा सहमा सा रहा। ग्रामीणों ने बताया कि थोड़ी सी असावधानी में सीधे लोग नीचे गिर जाते हैं और घायल हो रहे हैं। जब तक रपटा से गिरने के कारण कई लोग घायल भी हो चुके हैं। ग्रामीण पन्ना जनपद में जाकर भी कई बार इस टूटे रपटा को बनवाने की मांग कर चुके हैं। इसके बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे लोगों में आक्रोश भी है।
जिम्मेदारों को लोगों के जान की कोई परवाह ही नहीं है। यदि परवाह होती तो कई बार शिकायतों के बाद भी इसे बनाया क्यों नहीं जा रहा है। सरपंच और सचिव भी लोगों की नहीं सुन रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने विधायक और सांसद के चुनाव के दौरान भी इसमें सुधार कराने की मंाग रखी थी, लेकिन तब नेताओं ने आचार संहिता लगी होने की बात कहकर चुनाव बाद काम कराने का आश्वासन दिया था।
ग्राम पंचायत सरपंच की मनमानी के कारण काम नहीं हो पा रहे हैं। पुलिया में बीते साल मिट्टी डलवाई गई थी। इस साल भी मिट्टी डलवाई जानी थी, लेकिन सरपंच की मनामानी के कारण काम नहीं हो पाया। पंचायत के खाते में करीब ४० लाख रुपए पड़े हैं, लेेकिन सरपंच के कारण काम नहीं हो पा रहे हैं, जो निर्माण कार्य हुए भी हैं उनमें जमकर भ्रष्टाचार हुए हैं। सरपंच मेरी सुनते नहीं हैं, जिससे पूरे ग्राम पंचायत का विकास कार्य प्रभावित है।
इंद्रकुमार वर्मा, सचिव ग्राम पंचायत बिरवाही, जनपद पन्ना
इंद्रकुमार वर्मा, सचिव ग्राम पंचायत बिरवाही, जनपद पन्ना