गौरतलब है कि उक्त बच्ची ९ जून को घर के बाहर ख्ेालते समय लापता हो गई थी, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार लगी थी। डीआईजी और एसपी सहित जिले के अन्य पुलिस अधिकारी मामले में पूछताछ कर चुके हैं। बताया गया कि पुलिस ने मामले में करीब एक सैकड़ा लोगों से कई बार पूछताछ की है।
इसके बाद मामले में चार लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया था उनमें उपासना की मां बेटी बाई आदिवासी, पिता मूलचंन्द्र आदिवासी एवं कैमुरिया निवासी कमल आदिवासी एवं ताला गांव में झाडफ़ूक करने वाले किशोरी आदिवासी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान झाडफ़ूक करने वाले किशोरी ने बच्ची की हत्या करना कबूल कर ली है।
अभी तक नहीं मिला बच्ची का शव पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया, 9 जून को जंगल में लगी खदान के इर्द-गिर्द घूम रहा था, जहां बच्ची उपासना उसे मिली। वहां किशोरी ने बच्ची की हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार किशोरी ने हत्या की बात कबूल कर ली है, लेकिन वह जहां खुदरा नाला में शव दफन करने की बात कर रहा वहां से शव बरामद नहीं हुआ है।
पुलिस जेसीबी लेकर नाला के पास खुदाई करने पहुंची थी। साथ ही लोगों ने गड्ढों में घुसकर भी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। किशोरी कभी कटनी जिले के कैमरी स्थित शिवजी मंदिर ले जाने की बात करता है तो कभी ताला के खुदरा नाला में दफन करने की बात करता रहा। कैमुरिया खदान और पारसी गांव के करोंदी में शव दफनाने की बात भी की। पुलिस अभी तक शव तलाश नहीं पाई है।
किशोरी आदिवासी से लगातार पूछताछ की जा रही है। वह बच्ची की हत्या करने के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए चार जगह बता रहा है। सभी जगह सबूत जुटाए जा रहे हैं। यदि बच्ची की मौत हो गई है तो शीघ्र शव को बरामद कर लिया जाएगा।
एपी सिंह बघेल, जांच अधिकारी
एपी सिंह बघेल, जांच अधिकारी