scriptMP के इस जिले में कोई नहीं करता नेत्रदान, कारण है बड़ा चौंकाने वाला | Story of World Eye Day news in panna | Patrika News

MP के इस जिले में कोई नहीं करता नेत्रदान, कारण है बड़ा चौंकाने वाला

locationपन्नाPublished: Jun 10, 2018 04:40:39 pm

Submitted by:

suresh mishra

विश्व नेत्रदान दिवस: संकल्प पत्र भरने वाले गिनती के लोग, नजदीकी आइ बैंक भी करीब डेढ़ सौ किमी. दूर होने से बन रही समस्या

Story of World Eye Day news in panna

Story of World Eye Day news in panna

पन्ना। जिले में जागरुकता की कमी के कारण नेत्रदान के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। कई दशक बीतने के बावजूद अभी तक एक भी नेत्रदान नहीं हुआ है। सतना जिले में एक एनजीओ के माध्यम से सैकड़ों लोगों के नेत्रदान कराए, लेकिन पन्ना जिले में इस दिशा में अभी कोई एनजीओ या सरकारी संस्था काम नहीं कर रही हैं। गौरतलब है कि जिले के लोगों में अंगदान और नेत्रदान करने को लेकर जागरुकता की कमी है। इस कारण इकलौता ब्लड बैंक हमेशा रक्त की कमी से जूझता रहता है। जिले में कई ऐसे लोग हैं जिनको नेत्रदाता की जरूरत है। बताया गया कि जिले में सिर्फ 10 लोगों ने मृत्यु बाद नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा है।
कैट्रक फ्री घोषित है जिला
सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट की ओर से जिले में मई 2014 से मोतियाबिंद निवारण के लिए विशेष अभियान चलाया गया था। इसके तहत ट्रस्ट की ओर से जिले में 782 शिविर लगाकर 13018 लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए गए थे और 1500 से अधिक अन्य नेत्र रोगियों के ऑपरेशन किये गए थे। इसके बाद पन्ना को कैट्रक फ्री जिला घोषित किया गया था। इसके बाद से ट्रस्ट की ओर से यहां हर माह कैंप लगाकर ऑपरेशन योग्य लोगों को चित्रकूट ले जाया जाता है। जिले को कैट्रक फ्री घोषित हुए करीब ढाई साल हो रहे हैं, इसके बाद भी जिले का स्वास्थ्य विभाग ट्रस्ट की सेवाओं के भरोसे चल रहा है। जिला अस्पताल को सालों बाद एक नेत्र रोग विशेषज्ञ मिले थे वे भी उच्च शिक्षा के लिए बाहर चले गए थे पर करीब एक सप्ताह पहले उन्होंने दोबारा ज्वाइन कर लिया है।
दिनेश ने भरा संकल्प पत्र
नगर के जगन्नाथ स्वामी मंदिर निवासी दिनेश गोस्वामी ने हाल में ही सद्गुरु आइ बैंक में नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भरा है। जिसमें उन्होंने कहा, मैं मृत्यु पश्चात आंखें दान करने की शपथ लेता हूं। दिनेश ने बताया, यह दुनिया बहुत खूबसूरत है। मैं चाहता हूं कि मेरे जाने के बाद कोई जरूरतमंद मेरी आंखों से फिर इस खूबसूरत दुनिया को देख सके। वे लोगों को नेत्रदान के लिए जागरूक कर संकल्प पत्र भरवाएंगे और नेत्रदान भी कराएंगे। ट्रस्ट के स्थानीय जांच केद्र द्वारा बताया गया, नेत्रदान के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो