इतना ही नही करीब 159 गरीब लोगों के खातों से बिना मजदूरी करवाए लाखों रुपए की शासकीय राशि का आहरण किया गया है। जबकि ग्रामीण काम के इंतजार में बैठे रहे और सब इंजीनियर, सचिव के द्वारा कार्यो में मशीनों का उपयोग करवाया। हैरानी की बात यह है कि उप सरपंच एवं उनके पिता के नाम से भी मजदूरी निकली गई।
भले ही प्रदेश की सरकार नरेगा के तहत गांव के गरीब लोगो को गांव में ही काम देने की गारंटी के साथ रोजगार गारंटी के तहत काम की व्यवस्था की बात करती है। लेकिन रोजगार की गारंटी गरीबो को नही बल्कि ग्राम पंचायत में पदस्थ कर्मचारियों को जरूर मिल रही है। मामला ग्राम पंचायत बांधीकला से जब सामने आया जब एक महिला ने पन्ना कलेक्टर को शिकायत करते हुए बताया कि पति की मौत एक वर्ष पहले हो गई है और उसके पति के नाम मृत होने के बाद भी ग्राम पंचायत में मजदूरी करवाई जा रही है और पति के खाते से मजदूरी के पैसे भी निकलवाए जा रहे है।
उप सरपंच ने बताया कि नरेगा के तहत गांव के पास ही तारा से सकतपुरा एवं नरेंद्रपुरा से मकरन्दगंज के लिये आरईएस विभाग से दो करोड़ स्वीकृत हुई थी। जिनमे नरेगा के तहत मजदूरी से काम करवाया जाना था। दोनो सड़क का बजट दो करोड़ से ज्यादा है। लेकिन ग्राम पंचायत के सचिव, सब इंजीनियर एवं सरपंच ने पहले तो गांव वालों को बहला फुसलाकर फिनो बैंक का गांव में कैम्प लगवा कर खाते खुलवाए गए। किसी भी व्यक्ति को न तो बैंक खाते की पासबुक मिली और न ही एटीएम। यह सभी दस्तावेज सब इंजीनियर ने अपने पास ही रख लिए। उसके बाद सड़को का कार्य करवाया गया। गांव के गरीब मजदूर काम के इंतजार में बैठे रहे और दिनरात धड़ल्ले से जेसीबी मशीनें चलवाई गई।
मजदूरों से मजदूरी सिर्फ कागजों पर करवाई गई और लगभग 159 से ज्यादा खातों से पैसे निकलवाए गए। किसी के खाते से 18 हजार तो किसी के खाते में 20 हजार की राशि निकाल ली गई। जबकि किसी भी खाते धारक को हवा तक नही लगी। क्योंकि खाता मजदूरों के जरूर खुलवाए गए। लेकिन खातों में मोबाइल नबंर फर्जी डलवाये गए। इतना ही नही जॉब कार्ड में फेरफेरी की गई। पन्ना जिले में ये हालात तब है जब प्रदेश के श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह पन्ना विधानसभा से विधायक है। हालांकि जब इस मामले पर पन्ना कलेक्टर से बात की गई तो उन्होंने से मामले की जांच करवाकर कार्यवाही की बात कही है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कार्यवाही करता है या जांच के नाम पर खानापूर्ति।