जानकारी के अनुसार ग्राम कोटागुंजापुर में कालीदार आदिवासी का परिवार खेत की रखवाली करता है। रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात गरज और चमक के साथ तेज बारिश हो रही थी। इसी दौरान एक तेज चमक के साथ आकाशीय बिजली कालीदास आदिवासी के झोपड़े के पास जा गिरी। जिससे कालीदास पिता लटोरा आदिवासी (५५) सहित उसके परिवार के कमला बाई आदिवासी पत्नी कालीदास आदिवासी (50) प्रमोद आदिवासी पिता कालीदास आदिवासी (20) और जीतेन्द्र आदिवासी पिता मनबहोरी आदिवासी (8) आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलस गए।
पड़ोस के खेतों में रखवाली कर रहे किसानों ने बताया
बताया गया कि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से चारों लोग बेहोश हो गए थे। उनकी झोपड़ी की ओर बिजली गिरते हुए आसपास के किसानों ने देखा था। अनहोनी की आशंका से आसपास के किसान रात को ही उनकी झोपड़ी में पहुंचे तो देखा कि चारों लोग झुलसे हुए थे और बेहोश पड़े थे। इससे रात में ही किसानों ने उनके परिवार वालों को जानकारी दी और 108 एम्बुलेंस को फोन किया। जिससे देर रात तक एम्बुलेंस उनके गांव पहुंच गई। जिससे उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में कमला बाई व उसका पुत्र प्रमोद का शरीर पूरी तरह झुलस गया। वहीं कालीदास व उसके नाती जीतेन्द्र मामूली रूप से ही झुलसे हैं। प्राथमिक उचार के बाद इनकी तबीयत में सुधार है। वही इनके परिवार व रिस्तेदार मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे।
बताया गया कि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से चारों लोग बेहोश हो गए थे। उनकी झोपड़ी की ओर बिजली गिरते हुए आसपास के किसानों ने देखा था। अनहोनी की आशंका से आसपास के किसान रात को ही उनकी झोपड़ी में पहुंचे तो देखा कि चारों लोग झुलसे हुए थे और बेहोश पड़े थे। इससे रात में ही किसानों ने उनके परिवार वालों को जानकारी दी और 108 एम्बुलेंस को फोन किया। जिससे देर रात तक एम्बुलेंस उनके गांव पहुंच गई। जिससे उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में कमला बाई व उसका पुत्र प्रमोद का शरीर पूरी तरह झुलस गया। वहीं कालीदास व उसके नाती जीतेन्द्र मामूली रूप से ही झुलसे हैं। प्राथमिक उचार के बाद इनकी तबीयत में सुधार है। वही इनके परिवार व रिस्तेदार मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे।