जिले में तापमापी नहीं होने से अनुमान है कि पन्ना में भी तापमान करीब इतना ही रहा हो। सर्दी से जनजीवन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। एक ही दिन में तापमान में दो डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।
गौरतलब है जिले में भीषण ठंड के कारण भारी परेशानियां हो रही हैं। हालात यह है लोग सुबह 7-8 बजे तक भी बिस्तर में ही पड़े रहते हैं। रात 8 बजे के बाद मार्केट में सन्नाटा पसर जाता है। भीषण ठंड के कारण सबसे अधिक परेशान छोटे बच्चों को स्कूल जाने में उठानी पड़ रही है। मौसम में आए बदलाव के कारण बच्चों को सर्दी, खांसी और जुकाम आदि होने की आशंका बढ़ गई है।
एक्यूवेदर वेबसाइट ने बताया पारा पांच डिग्री तापमान नापने की एक निजी वेबसाइट एक्यूवेदर के अनुसार बुधवार को दिन का न्यूनतम तापमान 5 और अधिकतम 26 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अनुसार मंगलवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री और अधिकतम 22 डिग्री और सोमवार को न्यूनतम 11 और अधिकतम 22 डिग्री था।
अलाव ही सहारा भीषण ठंड का दौर शुरू होने के बाद से अलाव ही लोगों के लिए सहारा बने हैं। नगर के सार्वजनिक स्थलों पर इन दिनों शाम होते ही अलाव जलने शुरू हो जाते हैं।
बस स्टैंड व जिला अस्पताल में अलाव की सबसे अधिक जरूरत महसूस की जाती है। नगर पालिका की ओर से इन दिनों सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की जा रही है। फसलों में पानी लगाने, धुआं करने की सलाह
जिले में पड़ रही भीषण ठंड के कारण फसलों में पाला लगने की आशंका बढ़ गई है। इसको देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसलों को पाला से बचाने की सलाह दी है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीएस किरार ने बताया, फसलों को पाला से बचाने किसान खेतों में पानी लगाएं। फसलों के आसपास घास-फूस आदि जलाकर धुआं भी करें।