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सूर्य के रौद्र रूप से सहमे पन्नावासी, पेयजल संकट और बढ़ाएगी मुसीबत, जाने कैसे मिले समाधान

locationपन्नाPublished: May 01, 2019 10:08:47 pm

Submitted by:

Bajrangi rathore

सूर्य के रौद्र रूप से सहमे पन्नावासी, पेयजल संकट और बढ़ाएगी मुसीबत, जाने कैसे मिले समाधान

temprature in panna district

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पन्ना। मप्र के पन्ना जिले में इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है। इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। बुधवार को जिले का अधिकतम तापमान 25 डिग्री के पार रहा। गर्मी के कारण कूलर भी जवाब देने लगे हैं। पंखे आग उगल रहे हैं। दोपहर में शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। आग उगतले सूर्यदेव के कारण दोपहर में शहर में अघोषित बंद जैसे हालात होते हैं।
गौरतलब है कि जिले में बीते एक सप्ताह से तापमान में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। एक दिन पूर्व मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया है। भीषण गर्मी के कारण लू लगने की आशंका भी तेज हो गई है।
इसे देखते हुए डॉक्टरों द्वारा लोगों को लू और धूप से बचने के उपाए बताए जा रहे हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि तेज धूप में घरों से बाहर नहीं निकलें। ज्यादा जरूरी होने पर सिर ढकरकर निकलें। अधिक से अधिक पानी और अन्य तरल पेय पदार्थ जैसे लस्सी, सिकंजी, गन्ने का जूस, दही, आम का पना आदि का उपयोग करें।
पानी के लिए किया था प्रदर्शन

जिलेभर में भीषण गर्मी का दौर शुरू होने के साथ ही जल संकट के हालात भी बनने लगे हैं। जिला मुख्यालय भी इससे अछूता नहीं है। कुछ दिनों पूर्व नगर के वार्ड क्रमांक 11 के लोगों ने नगर पालिका कार्यालय के सामने मटके फोड़कर प्रदर्शन किया था। इसके बाद भी नगर पालिका व्यवस्था नहीं सुधार पाई।
शहर के दर्जनों ऐसे बोरिंग हैं जो दम तोड़ चुके हैं। कुछ बोरिंग में पाइप बढ़ाने का काम चल रहा है। इसके बाद भी हालात दिनों दिन बद्तर होते जा रहे हैं। नगर के इंद्रपुरी कॉलोनी के लोगों ने जहां एक दिन छोड़कर सप्लाई देने की बात कही है वही टिकुरिया मोहल्ला में कांच मंदिर के आगे वाले हिस्से में बीते चार दिन से पानी नहीं पहुंच रह रहा है।
यहां का बोरिंग भी खराब है। पानी नहीं मिलने से लोग परेशान हैं। नगर के अन्य मोहल्लों में भी हालात खराब है। चुनाव कराने में व्यस्त जिला प्रशासन शहर में व्याप्त जल संकट के हालात की समीक्षा तक नहीं कर पा रहा है। आम जनता पानी के लिए बेहाल है।
लू से नियंत्रण एवं उपचार के उपाय

सीएमएचओ डॉ. एलके. तिवारी ने बताया, लू ताप घात सभी उम्र वर्ग में होने की संभावना रहती है, लेकिन वृद्ध, गर्भवती महिलाएं, नवजात शिुश, युवा, क्रोनिक बीमारियों से ग्रस्त मरीजों में यह संभावना और अधिक पाई जाती है। अत्याधिक गर्मियों में लू ताप घात जानलेवा भी हो सकता है।
उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है कि लू के प्रभाव को गंभीरता से लें इससे बचाव हेतु आवश्यक सावधानी रखें और सुरक्षित रहें। घर से बाहर निकलने के पहले भरपेट पानी अवश्य पियें। सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनें। धूप में निकलते समय अपना सिर ढककर रखें। टोपी, कपड़ा, छतरी का उपयोग करें। पानी, छाछ, ओआरएस का घोल या घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नीबू पानी, आम का पना इत्यादि का सेवन करें।
भरपेट ताजा भोजन करके ही घर से निकलें, धूप में अधिक न निकलें। लू लगने पर सिरदर्द, बुखार, उल्टी, अत्यधिक पसीना एवं बेहोशी आना, कमजोरी महसूस होना, शरीर में ऐठन, नब्ज असामान्य होना। धूप में खाली पेट घर से बाहर नहीं निकलें। धूप में निकलने के पूर्व तरल पदार्थ का सेवन करें। मिर्च मसालेयुक्त एवं बासी भोजन नहीं करें।
बुखार आने पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें। कूलर या एयर कंडीशन से धूप में एकदम न निकलें। लू लगने पर व्यक्ति को छायादार जगह पर लिटाएं। व्यक्ति के कपड़े ढीलें करें। उसे पेय पदार्थ कच्चे आम का पना आदि पिलाएं। तापमान घटाने के लिए ठंडे पानी की पट्टियां रखें। प्रभावित व्यक्ति तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर चिकित्सकीय परामर्श लें।
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