50 किमी. का क्षेत्र हीरा पट्टी धारित क्षेत्र कहलाता है
पन्ना जिले में पन्ना, बजपुर और पहाड़ीखेड़ा क्षेत्र के करीब 50 किमी. का क्षेत्र हीरा पट्टी धारित क्षेत्र कहलाता है। पन्ना में इसी क्षेत्र में उथली खदानों में हीरा पाया जाता है। इस क्षेत्र में करीब 500 हीरा खदानें पट्टे की हैं जो वैधानिक रूप से संचालित मानी जाती हैं, जबकि इससे कई गुना अधिक अवैध रूप से वन भूमि में संचालित हैं। पन्ना की खदानों से अच्छी क्वालिटी का हीरा निकलने के बाद भी यहां वैधानिक रूप से हीरे का उतना उत्पादन नहीं हो रहा जिससे डायमंड पार्कका संचालन हो सके। पूर्व में इसी को आधार मानकर यहां प्रस्तावित डायमंड पार्क को इंदौर की झोली में डाल दिया गया था।
पन्ना जिले में पन्ना, बजपुर और पहाड़ीखेड़ा क्षेत्र के करीब 50 किमी. का क्षेत्र हीरा पट्टी धारित क्षेत्र कहलाता है। पन्ना में इसी क्षेत्र में उथली खदानों में हीरा पाया जाता है। इस क्षेत्र में करीब 500 हीरा खदानें पट्टे की हैं जो वैधानिक रूप से संचालित मानी जाती हैं, जबकि इससे कई गुना अधिक अवैध रूप से वन भूमि में संचालित हैं। पन्ना की खदानों से अच्छी क्वालिटी का हीरा निकलने के बाद भी यहां वैधानिक रूप से हीरे का उतना उत्पादन नहीं हो रहा जिससे डायमंड पार्कका संचालन हो सके। पूर्व में इसी को आधार मानकर यहां प्रस्तावित डायमंड पार्क को इंदौर की झोली में डाल दिया गया था।
खनिज मंत्रालय के सचिव ने दिया आश्वासन
बीते दिनों महेंद्र भवन में लगी दो दिनी प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए खनिज मंत्रालय के सेक्रेटरी नरेंद्र सिंह परमार पन्ना आए हुए थे। उन्होंने पन्ना के लोगों को आश्वासन दिया था कि यदि पन्ना कलेक्टर द्वारा डायमंड पार्क का अच्छा प्रस्ताव भेजा जाता है तो वे उसे सरकार से स्वीकृति दिलाने के लिए प्रयास करेंगे। इसके साथ ही पन्ना कलेक्टर ने भी जल्द ही पन्ना में डायमंड पार्क का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भजने की बात कही थी। इससे जिले में हीरा कारोबार से जुड़े हजारों लोग उत्साहित हैं। पन्ना में डायमंड पार्क की यदि स्थापना हो जाती है तो यहां से जाकर बाहर कटिंग पालिसिंग का काम कर रहे कारीगरों के वापस पन्ना लौटने की राह आसान हो जाएगी।
बीते दिनों महेंद्र भवन में लगी दो दिनी प्रदर्शनी में हिस्सा लेने के लिए खनिज मंत्रालय के सेक्रेटरी नरेंद्र सिंह परमार पन्ना आए हुए थे। उन्होंने पन्ना के लोगों को आश्वासन दिया था कि यदि पन्ना कलेक्टर द्वारा डायमंड पार्क का अच्छा प्रस्ताव भेजा जाता है तो वे उसे सरकार से स्वीकृति दिलाने के लिए प्रयास करेंगे। इसके साथ ही पन्ना कलेक्टर ने भी जल्द ही पन्ना में डायमंड पार्क का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भजने की बात कही थी। इससे जिले में हीरा कारोबार से जुड़े हजारों लोग उत्साहित हैं। पन्ना में डायमंड पार्क की यदि स्थापना हो जाती है तो यहां से जाकर बाहर कटिंग पालिसिंग का काम कर रहे कारीगरों के वापस पन्ना लौटने की राह आसान हो जाएगी।
उथली खदानों से आए दिन निकल रहे हीरे
पन्ना की उथली हीरा खदानों से आए दिन बड़े हीरे मिल रहे हैं। बीते एक पखवाड़े से सरकोहा की खदानों से मिले तीन बड़े हीरे कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में जमा कराए गए हैं। यह स्थिति तब है जब अधिकांश खदानें अवैध रूप से चल रही हैं और उनसे निकलने वाला हीरा शत प्रतिशत स्मगल हो जाता है। प्रशासन यदि अवैध खदानों पर और हीरे की स्मगलिंग पर रोक लगा पाए तो सैकड़ों कैरेट हीरे हर माह जमा हो सकते हैं। इधर, अध्यक्ष जिला डायमंड एसोसिएशन श्रीनिवास रिछारिया ने बताया किबीते दिनों मीटिंग हुई थी। अभी जमीन अलॉट नहीं हुई है। शासन की ओर से टेक्निकली जानकारी जुटाई जा रही है। व्यापारी संघ की ओर से लंबे समय से डायमंड पार्क के स्थापना की मांग की जा रही है।
पन्ना की उथली हीरा खदानों से आए दिन बड़े हीरे मिल रहे हैं। बीते एक पखवाड़े से सरकोहा की खदानों से मिले तीन बड़े हीरे कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में जमा कराए गए हैं। यह स्थिति तब है जब अधिकांश खदानें अवैध रूप से चल रही हैं और उनसे निकलने वाला हीरा शत प्रतिशत स्मगल हो जाता है। प्रशासन यदि अवैध खदानों पर और हीरे की स्मगलिंग पर रोक लगा पाए तो सैकड़ों कैरेट हीरे हर माह जमा हो सकते हैं। इधर, अध्यक्ष जिला डायमंड एसोसिएशन श्रीनिवास रिछारिया ने बताया किबीते दिनों मीटिंग हुई थी। अभी जमीन अलॉट नहीं हुई है। शासन की ओर से टेक्निकली जानकारी जुटाई जा रही है। व्यापारी संघ की ओर से लंबे समय से डायमंड पार्क के स्थापना की मांग की जा रही है।