यज्ञ की शुरुआत देवों के आह्वान से हुई
यज्ञ की शुरुआत देवों के आह्वान के साथ हुई। जहां एक साथ ५१ यज्ञ वेदियों पर बैठे श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चा के बची यज्ञ वेदी पर आहुतियां डालना शुरूकर दिया। यहां का मनमोहक नजारा देखते ही बन रहा था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गहरा, गजना, बृजपुर, पहाड़ीखेड़ा, पवई, गुनौर अजयगढ़ पन्ना सहित सतना और असापास के जिलों से भी श्रद्धालु पहुंचे हुए थे। कार्यक्रम में शामिल होने वाले पुजारियों और व्यवस्था से जुड़े लोगों के लिए आयोजन स्थल पर ही भेाजन की भी व्यवस्था की गई है।
यज्ञ की शुरुआत देवों के आह्वान के साथ हुई। जहां एक साथ ५१ यज्ञ वेदियों पर बैठे श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चा के बची यज्ञ वेदी पर आहुतियां डालना शुरूकर दिया। यहां का मनमोहक नजारा देखते ही बन रहा था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गहरा, गजना, बृजपुर, पहाड़ीखेड़ा, पवई, गुनौर अजयगढ़ पन्ना सहित सतना और असापास के जिलों से भी श्रद्धालु पहुंचे हुए थे। कार्यक्रम में शामिल होने वाले पुजारियों और व्यवस्था से जुड़े लोगों के लिए आयोजन स्थल पर ही भेाजन की भी व्यवस्था की गई है।
दीप यज्ञ का होगा आयोजन
गायत्री परिवार की ओर से बताया गया कि सोमवार को यज्ञ कार्यक्रम में दीप यज्ञ का आयोजन भी किया जाएगा। शाम के समय प्रवचन का कार्यक्रम भी हो रहा है। इसमें हरिद्वार से आये विद्वानों द्वारा विभिन्न विंदुओं पर सरगर्भित प्रवचन दिए जा रहे हैं। जिन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडाल में पहुंचे हुए थे।
गायत्री परिवार की ओर से बताया गया कि सोमवार को यज्ञ कार्यक्रम में दीप यज्ञ का आयोजन भी किया जाएगा। शाम के समय प्रवचन का कार्यक्रम भी हो रहा है। इसमें हरिद्वार से आये विद्वानों द्वारा विभिन्न विंदुओं पर सरगर्भित प्रवचन दिए जा रहे हैं। जिन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडाल में पहुंचे हुए थे।