इस मामले में स्कूल संचालक मोहित चौधरी का स्पष्ट कहना है कि शासन के जो भी आदेश हों, लेकिन वह पूरी फीस ही जमा करा रहे हैं और वह जमा करनी होगी। साथ ही कहा जा रहा है कि यदि बच्चों की परीक्षा दिलाना है तो पूरी फीस जमा करना पड़ेगी। इसके अलावा दूसरी पुत्री जो कक्षा पांचवीं में पड़ती है उसकी भी पूरी फीस ली जा रही है। स्कूल संचालक द्वारा पूरी फीस वसूलने के लिए। अभिभावकों को खुला चैलेंज दिया जा रहा है कि जहां शिकायत करना हो कर दो, पूरी फीस जमा करनी होगी। वहीं जिन अभिभावकों ने पूरी फीस जमा कर दी है. उन्हें केवल शाला विकास की पर्ची थमाई जा रही हैं. जो फीस जमा कराई जा रही है। उसकी पूरी रसीद भी अभिभावको को नहीं दी जा रही है। इस मामले में एसडीएम अंजली द्विवेदी का कहना है कि वह बीइओ को निर्देशित कर रही हैं कि स्कूल की जांच कर अभिभावकों की बात सुनी जाए।
एसके मिश्रा, डीइओ दमोह का कहना है कि केवल ट्यूशन फीस लेने के निर्देश हैं। यदि कहीं पूरी फीस वसूली जा रही है तो अभिभावकों को मेरे समक्ष या कलेक्टर के समक्ष शिकायत दर्ज करानी चाहिए। हम इस मामले की जांच करा रहे हैं यदि सत्यता पाई जाएगी तो स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।