कृतिम गर्भाधान से सुधारेंगे मवेशियों की नश्ल
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ शाहबाज अहमद ने कहा, बफफर जोन के गांव में भारी मात्रा में पालतू जानवर है । किसान जंगलों में इन जानवरों को छोड़ देते हैं ।यह जानवर कम दूध देने वाले होते हैं लिहाजा किसी सामाजिक संगठन पुणे की काम करने वाली संस्था वेफ है। यदि उससे टाइगर रिजर्व लंबे समय के लिए समझौता कर यहां कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा संचालित करता है तो बफर जोन में दुधारू नस्ल पैदा की जा सकती है और जब दुधारू नस्ल के पालतू जानवर होंगे तो किसान घर में बांधकर इन जानवरों को खिलाएंगे और अच्छे दूध का उत्पादन करेंगे जिससे किसानों की जीवन में खुशहाली आएगी और जंगल को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। उन्होंने तत्काल फील्ड डायरेक्टर एसएस भदोरिया एवं वन्यप्राणी चिकित्सक संजीव गुप्ता को प्रस्ताव तैयार कर यह गतिविधि संचालित करने की निर्देश भी दिए।
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ शाहबाज अहमद ने कहा, बफफर जोन के गांव में भारी मात्रा में पालतू जानवर है । किसान जंगलों में इन जानवरों को छोड़ देते हैं ।यह जानवर कम दूध देने वाले होते हैं लिहाजा किसी सामाजिक संगठन पुणे की काम करने वाली संस्था वेफ है। यदि उससे टाइगर रिजर्व लंबे समय के लिए समझौता कर यहां कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा संचालित करता है तो बफर जोन में दुधारू नस्ल पैदा की जा सकती है और जब दुधारू नस्ल के पालतू जानवर होंगे तो किसान घर में बांधकर इन जानवरों को खिलाएंगे और अच्छे दूध का उत्पादन करेंगे जिससे किसानों की जीवन में खुशहाली आएगी और जंगल को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। उन्होंने तत्काल फील्ड डायरेक्टर एसएस भदोरिया एवं वन्यप्राणी चिकित्सक संजीव गुप्ता को प्रस्ताव तैयार कर यह गतिविधि संचालित करने की निर्देश भी दिए।
पर्यटन विकास योजन लगू करने के निर्देश
उन्होंने वन विभाग को तत्काल पर्यटन विकास योजना लागू करने के आदेश दिए हैं। जिससे पन्ना में पर्यटन कारोबार को बढ़ाव मिल सकेगा। इससे पन्ना के आसपास के रमणीय स्थलों को एक पर्यटन सर्किट में जोड़ा जा सकेगा। उनके साथ पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एस एस भदौरिया, उत्तर वन मंडल के डीएफओ नरेश यादव, दक्षिण वन मंडल की डीएफओ मीना मिश्रा, पन्ना टाइगर रिजर्व की जॉइंट डायरेक्टर बासु कनौजिया, वन्य प्राणी चिकित्सक डॉक्टर संजीव गुप्ता सहित बड़ी संख्या में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।
उन्होंने वन विभाग को तत्काल पर्यटन विकास योजना लागू करने के आदेश दिए हैं। जिससे पन्ना में पर्यटन कारोबार को बढ़ाव मिल सकेगा। इससे पन्ना के आसपास के रमणीय स्थलों को एक पर्यटन सर्किट में जोड़ा जा सकेगा। उनके साथ पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एस एस भदौरिया, उत्तर वन मंडल के डीएफओ नरेश यादव, दक्षिण वन मंडल की डीएफओ मीना मिश्रा, पन्ना टाइगर रिजर्व की जॉइंट डायरेक्टर बासु कनौजिया, वन्य प्राणी चिकित्सक डॉक्टर संजीव गुप्ता सहित बड़ी संख्या में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।