उक्त वारदात को अंजाम देने वाले निगम खान पिता मजहम खान (28) निवासी और महेंद्र पिता लक्ष्मी प्रसाद शर्मा (50) निवासी बस स्टैंड पन्ना पर कार्यवाही करते हुए पिकअप वाहन को जब्त कर लिया है, साथ ही जितने पशुपालकों की बकरियां चोरी हुई थी और उनकी शिकायत थाने में कई गई थी उन्हें बुलाकर बकरियों की पहचान कर उन्हें वापस करने की कार्यवाही की जा रही है।
शिकायतकर्ता रामबाबू आदिवासी निवासी लक्ष्मीपुर ने सिविल लाइन चौकी में शिकायत की थी कि उसकी 3 नग बकरियां चोरी हो गई है । सिविल लाइन चौकी प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि लंबे समय से बकरियों की चोरी की शिकायतें आ रही थी और बकरियां चोर लम्बे समय से जिले के जरधोवा, लक्ष्मीपुर, इटवां, शहीदन सहित सतना जिले के नागोद, जसो एवं मढिय़ा दो दमोह जिले से बकरियों को चोरी कर उप्र में बेचने के लिए ले जाते थे।
बकरियां व पशु चोरों के खिलाफ खटीक व यादव समाज ने सौंपा ज्ञापन बकरी चोरों से परेशान नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने जनसुनवाई में पहुंचकर बकरी चोरों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर नगर के लोकपाल सागर तालाब किनारे वनभूमि व राजस्व में डेरा डालकर रह रहे । ज्ञापन के माध्यम से शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों ने अप्रवासी बकरी चोरों को जिले से बाहर करने की मांग की है।
ज्ञापन देने पहुंचे सैकड़ों लोगों में अधिकतर यादव, पाल व खटीक समाज के पशुपालक सामिल थे। जिनका मुख्य व्यवसाय पशुपालन है और चोरों ने इनकी नींद ***** कर रखी है। लंबे समय से इन अप्रवासी बकरी चोरों द्वारा बकरियों को जंगल में चराते समय मौका देखकर चुरा लिया जाता है या फिर हथियारों की दम पर छीन लिया जाता है।
पशुपालकों ने बताया कि नगर से लगे लोकपाल सागर किनारे, शहीदन, सरिया, चैपरन, पुरुषोत्तमपुर, मथुरापुर, ककरहटी, बगलन टोला, झिरना आदि क्षेत्रों में डेरा डालकर रहने वाले यह बंजारा पठान जाति के लोग बकरी और भैंस चोरी का काम करते हैं और रातों रात पिकअप वाहन में लोड करवा कर उत्तर प्रदेश भेजा जाता है।
कई बार लोगों पर जानलेवा हमला कर बकरियां और भैंस चोरी की गई है। जिनके खिलाफ देवेंद्र नगर, पन्ना, गुनौर, अमानगंज, अजयगढ़ आदि थानों में सिकायत की गई । आये दिन यह चोर बकरी एवं भैंस चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। बीते दिनों सतना जिले के नागौद क्षेत्र के शहपुर में भी कुछ लोगों की बकरी छीनी गई थी।