गौरतलब है कि नेशनल हाइवे में होने वाले एक्सीडेंट केसों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ट्रामा केयर यूनिट स्थापित किए जाने की नीति को मंजूरी दी गई थी। वर्ष 2012 में प्रदेश के चिह्नित जिलों में ट्रामा केयर यूनिट निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया था। इसमें पन्ना को भी शामिल किया गया था। पन्ना में ट्रामा यूनिट के निर्माण की पुनरीक्षित स्वीकृति 27 अप्रेल 2016 को मिली थी। जिसकी लागत ३.७९ करोड़ रुपए है।
जिला अस्पताल परिसर में स्थित ट्रामा सेंटर को अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित किया जाएगा। इनमें अल्ट्रा सोनोग्राफी मशीन एक, पोर्टेबल एक्स-रे मशीन एक, कॉटरी मशीन दो, सेक्शन मशीन चार, ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर एक, एबीजी मशीन एक, मॉनीटर पांच, डिजिटल एक्स-रे मशीन एक, ओटी टेबिल दो, ओटी सीलिंग लाइट दो, एनेस्थीसिया मशीन दो, वेंटिलेटर पांच और डेफ्रिलेटर मॉनीटर पांच रखे जाएंगे। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार ट्रामा सेंटर के संचालन के लिए उक्त उपकरण अस्पताल प्रबंधन को मिल चुके हैं। ट्रामा सेंटर के लिए नियुक्त मानव संसाधन मिलने के साथ मशीनों का संचालन उपलब्ध करा दिया गया है।
ट्रामा सेंटर को व्यवस्थित रूप से संचालन के लिए एक दर्जन डॉक्टरों सहत कुल ७३ लोगों के पदों की स्वीकृति दी गई है। स्वीकृत पदों के अनुसार 6 चिकित्सा विशेषज्ञ और ६ चिकित्सा अधिकारी के पद स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा पैरामेडिकल स्टॉफ के 36 और मल्टी वर्कर के १२ पद स्वीकृत हुए हैं। इन पदों के विरुद्ध तैनात किए गए कर्मचारी अभी तक जिला स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त नहीं हो पाए हैं।
कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के साथ सांसद वीडी शर्मा, पन्ना विधायक बृजेंद प्रताप सिंह, गुनौर विधायक शिवदयाल बागरी, जिपं अध्यक्ष रविराज यादव, नपाध्यक्ष मोहनलाल कुशवाहा, पूर्वगृह मंत्री कैप्टन जयपाल सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिव्यारानी सिंह, अजयगढ़ जनपद अध्यक्ष भरतमिलन पांडेय सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे।