गांव पहुंची थी गांव
ग्राम कचौरी में तीन दिन पूर्व अचानक लोग उल्टी-दस्त से बीमार पडऩे लगे थे। पहले दिन करीब डेढ़ दर्जन लोग अस्पताल पहुंच गए तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में टीम भेजी गई थी, जिसे रात को गांव में ही रुकने के निर्देश थे, लेकिन दवाएं खत्म होने के कारण टीम शाम को ही गांव से लौट आई थी। टीम के रात को गांव में नहीं रुकने की जानकारी लगने के बाद मीडिया की सूचना पर एसडीएम दोबारा रात में ही गांव पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
गंभीर हालत में 12 कटनी रेफर
गांव में तीसरे दिन भी हालात सामान्य नहीं रहे। गांव में लगाए गए अस्थायी कैंप में गांव के २५ से ३० लोगों का इलाज किया गया। कईलोग अभी भी भर्तीहैं। इसके अलावा करीब एक दर्जन लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्तीहै। इनमें अलावा गंभीर हालत में १२ लोगों को कटनी रेफर कर दिया गया है। जिन लोगों को कटनी के लिए रेफर किया गया है उनमें मुन्नी बाई परौहा (6 2), निर्मला पति सतानंद द्विवेदी (45), सीता बाई पति लक्ष्मण द्विवेदी (6 2) , मीनू पति उमेश परौहा (25 ) , लल्ली पति घंटू परौहा (42), कल्पना पति सदानंद परौहा (30) , हरिश्चंद परौहा पिता स्वामी शरण परौहा (50) , सुधा देवी पति हरिश्चंद परौहा (48 ) ,अशीष गर्ग पिता बिहारी लाल (26 ), अतुल गर्ग पिता बिहारी लाल (24), प्रेमबाई गर्ग पति बिहारी लाल गर्ग (50), बाबुराजा सिंह पिता सावन सिंह (28 ) और लल्लू सिंह पिता फूल सिंह शामिल हैं।
अधिकारियों का दिनभर डेरा
स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही के संबंध में पत्रिका द्वारा खबर प्रकाशित किए जाने क ेबाद पूरा प्रशासन हरकरत में आ गया। कचौरी गांव में दिनभर अधिकारियों का डेरा रहा। शाहनगर बीएमओ डॉ. सर्वेश लोधी ने एक मिनी कैंप पंचायत भवन में लगवाया है । जिससे नत्थू सिंह सुपरवाईजर, प्रभा केवट , अवनीश श्रीवास्तव ,मुकेश कुमार, जवित्री प्रजापति, आशा कार्यकता उत्तरा परौहा, सहित सहयोगी बेटा प्रजापति, भूरा चौधरी ,आशीष परौहा सहयाग कर रहे हैं।