कई जगह तो हालत यह है कि लोगों को आधी रात से पानी के लिए संषर्घ करना पड़ रहा है। लोगों की समस्याओं के संबंध में जानकारी होने के बाद भी जिम्मेदार इस ओर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार जनपद क्षेत्र की 79 नल जल योजनाओं में से 9 अप्रेल की स्थिति में सभी योजनाएं कागजों में चालू बताई गई थी, जबकि इनका भौतिक सत्यापन करने पर पाया गया कि वर्तमान स्थित में 35 नल जल योजनाएं बंद पड़ी हैं।
इससे इन गांवों के लोग एक एक बाल्टी पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। मवेशियों को पीने के लिये पानी नहीं मिल रहा है। इससे इन गांवों के मवेशी पानी नहीं मिलने से बेजान हैं। पांच हजार की आबादी वाले ग्राम पंचायत आमा में बगीचा वाला एक कुआं ही लोगों के लिए सहारा है। यहां की नल जल योजना पांच साल बाद भी हैंडओवर नहीं हुई।
ठेकेदार ने वहां ताला डाल रखा है। गांव के लोगों को रात दो बजे से पानी के लिये संघर्ष करना पड़ता है। कुएं भी सूखने की कगार पर पहुंचने के कारण वहां का पानी काफी गंदा है। इसके बाद भी लोगों को वही गंदा पानी पीना मजबूरी है। गांव केराजा साहू, बद्री बर्मन, तुलसी बर्मन, रामादीन ने बताया कि नल जल योजना पूर्ण हो चुकी है, किन्तु ठेकेदार ने अपनी मन मर्जी से पाइप लाइन गांव में बिछाकर नल के नाम पर पाइप खड़े कर रखे हैं। न ही नल जल योजना चालू हुई और न ही योजना का लाभ मिला। पाइप खुले पड़े हैं। गांव के लोग कुएं का गंदा पानी पी रहे हैं।
नल जल योजनाओं संबंधी समस्याओं को लेकर शाहनगर व पवई ब्लॉक की समीक्षा की गई है। बंद नल जल योजनाओं को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही पानी की समस्या का निराकरण किया जाएगा।
अभिषेक सिंह ठाकुर, एसडीएम
अभिषेक सिंह ठाकुर, एसडीएम
ग्राम पंचायत आमा में पेयजल समस्या की जानकारी है। दो दिन के अंदर गांव मे बोरिंग करा दिया जाएगा। लोगों को जल्द ही नल जल योजना का लाभ दिलाया जाएगा।
एनके दुबे, उपयंत्री पीएचई , शाहनगर
एनके दुबे, उपयंत्री पीएचई , शाहनगर