सुबह से ही ककरहटी और पन्ना के लोगों की भीड़ लगी थी। पीएम के बाद जब शव ककरहटी पहुंचे तो मानो कोहराम मच गया। आसपास मौजूद हर आंख में आंसू थे। इस दौरान दो बच्चे अनाथ भी हो गए। उनके पिता की पूर्व में ही मौत हो चुकी थी। हादसे में मां की भी मौत हो गई।
गौरतलब है कि ककरहटी के कारोबारी महेश गुप्ता के परिवार के लोग शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे कि ककरहटी से 2 किलोमीटर दूर नाट की पुलिया में उनकी कार अनियंत्रित होकर नीचे गिर गई थी। हादसे में 4 महिलाओं की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक युवती पूजा गुप्ता निवासी बिरसिंहपुर जिला सतना की रीवा ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
हादसे में महेश गुप्ता की बहन मुन्ना गुप्ता पति रामलाल निवासी बिरसिंहपुर सतना, ज्योति गुप्ता पति धर्मेन्द्र गुप्ता निवासी नागौद, मौसी बड्डी गुप्ता पति रामसुन्दर गुप्ता निवासी सुलकवा सतना, अंजू गुप्ता पति लल्लू गुप्ता निवासी ककरहटी, पूजा गुप्ता पिता रामबिहारी गुप्ता निवासी बिरसिंहपुर सतना की मौत हो गई।
गंभीर रूप से घायल चालक मनोज गुप्ता निवासी कटनी का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद से जहां इलाके में शोक का माहौल है वही घटना के बारे में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। पुलिया लंबे समय से हादसे का कारण बनी है और प्रशासन को जानकारी होने के बावजूद सुधार नहीं किया गया।
शवों के पहुंचते ही मचा कोहराम जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम होने के बाद शव ककरहटी पहुंचे तो नगर में कोहराम मच गया। हजारों की तादाद में पन्ना और ककरहटी के लोग महेश गुप्ता के निवास पर पहुंचे थे। इस दौरान हर आंखें नम थी। नगर में सन्नाटा छा गया। मृतकों के परिजनों की हालत देखी नहीं जा रही थी।
अनाथ हुए मासूम नहीं मिली सरकारी मदद ककरहटी निवासी कन्हैया लाल गुप्ता उर्फ लल्लू की पहले ही मौत हो गई है। पत्नी अंजू गुप्ता मजदूरी कर दो बच्चों का पालन पोषण करती थी। जिनमें 7 वर्ष की बेटी अनुष्का और 9 वर्ष का बेटा कृष्णा है। हादसे में अंजू की मौत हो जाने के बाद मासूम अनाथ हो गए हैं। समाचार लिखे जाने तक शासन की ओर से किसी प्रकार की सहायता नहीं दी गई थी। हालांकि कलेक्टर ने बच्चों को समुचित सहायता दिलाने की बात कही है।
विधायक ने पीडि़त परिवार को बंधाई ढांढस हादसे में 5 लोगों की मौत के बाद पीडि़त परिवारों को ढांढस बंधाने गुनौर विधायक शिवदयाल बागरी पीएम हाउस पहुंचे। जब उन्हें पता चला कि हादसे में दो बच्चे अनाथ हो गए हैं और कोई सरकारी मदद नहीं मिली है तो उन्होंने बच्चों को शासन की योजनाओं का शीघ्र लाभ दिलाने का भरोसा दिलाया।
इस कारण हुआ हादसा बताया गया कि नाट की पुलिया के साथ ही सड़क में टर्न है। पुलिया सीसी की बनी है और दोनों ओर से रोड 5-५ इंच धस गई, जिससे पुलिया ब्रेकर का काम करने लगी है। सड़क से गुजर रहे राहगीर पुलिया के इस गड्ढे और ब्रेकर से अनभिज्ञ चालक ने जैसे ही कार निकाली वह असंतुलित होकर खाई में पलट गई।
यदि समय रहते पुलिया के पास बने ब्रेकर नुमा आकार के गड्ढे को समतल कर दिया गया होता तो शायद हादसा नहीं होता। यदि समय रहते इस पुलिया में सुधार नहीं कराया गया तो आगे भी हादसे होने की आशंका बनी रहेगी।