बच्चों ने प्रस्तुतियों के माध्यम से युवा, दिव्यांग एवं महिला मतदाताओं को उनके मत का महत्व समझाया और मतदान अवश्य करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के उपरांत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने वाले बच्चों को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। कार्यक्रम का समापन मध्यप्रदेश गान के साथ हुआ। पूरा कार्यक्रम 20 से 25 मिनट में ही समाप्त हो गया। हालात यह थी कि कार्यक्रम के समापन के समय भी कई स्कूलों के बच्चे आयोजन स्थल पर पहुंच रहे थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में जहां गिनती के बच्चे थे वहीं दूसरी ओर समापन अवसर पर बच्चों की अच्छी खासी भीड़ मौदूद थी। पूरे कार्यक्रम में विस चुनाव का असर देखा गया। आयोजन स्थल पर एक भी नेता दिखाई नहीं दिया।
आम जनता नहीं सिर्फ बच्चे, अधिकारी-कर्मी आयोजन स्थल पर आम जनता नहीं पहुंची थी। जो लोग उपस्थित थे वे अधिकारी-कर्मचारी या फिर निजी स्कूलों के शिक्षक थे। आयोजन को लेकर तैयारियां भी पूर्व के सालों जैसी नहीं थीं।
इस अवसर पर एसपी विवेक सिंह, जिपं सीइओ डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा, जिपं एडिशनल सीइओ अशोक चतुर्वेदी, इइ लोक निर्माण विभाग एबी साहू, डिप्टी कलेक्टर भूपेन्द्र रावत, डिप्टी कलेक्टर आयुषी जैन, सीएमओ अरुण पटैरिया, डीपीसी विष्णु त्रिपाठी आदि लोग मौजूद रहे।
वन्दे मातरम् से शुरू हुए कार्यालयों का काम माह के प्रथम दिन जिले के कार्यालयों में वन्दे मातरम् के सामूहिक गायन के बाद कार्यालयीन गतिविधियां प्रारंभ हुईं। कलेक्ट्रेट में कलेक्टर मनोज खत्री ने वन्दे मातरम् का गायन कराया। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट परिसर के सभी कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।