गर्मी में लोगों को नहीं झेलना पड़ेगा जल संकट
एनएमडीसी हीरा खनन परियोजना द्वारा कुंड में भरे इसी झरने के पानी को पाइप लाइन की सहायता से बगैर बिजली और बगैर मोटर पंप के गांव तक पहुंचा दिया है। इससे ग्राम पंचायत को अब सिर्फ यह देखना होगा कि कोई पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त नहीं करे। पानी के लिए उन्हें मोटर पंप य बिजली बिल के लिए रुपए देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें अब भीषण गर्मी में भी भरपूर पानी मिलता रहेगा। गौरतलब है कि गर्मी के दिनों में यहां के लोग एक-एक बाल्टी पानी को परेशान होते हैं। ग्रामीणों की इसी समस्या को देखते हुए एनएमडीसी की हीरा खनन परियोजना मझगवां के प्रबंधन ने उक्त परियोजना पर काम किया है। इससे अब गांव के घर-घर में पानी पहुंचने लगा है।
एनएमडीसी हीरा खनन परियोजना द्वारा कुंड में भरे इसी झरने के पानी को पाइप लाइन की सहायता से बगैर बिजली और बगैर मोटर पंप के गांव तक पहुंचा दिया है। इससे ग्राम पंचायत को अब सिर्फ यह देखना होगा कि कोई पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त नहीं करे। पानी के लिए उन्हें मोटर पंप य बिजली बिल के लिए रुपए देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें अब भीषण गर्मी में भी भरपूर पानी मिलता रहेगा। गौरतलब है कि गर्मी के दिनों में यहां के लोग एक-एक बाल्टी पानी को परेशान होते हैं। ग्रामीणों की इसी समस्या को देखते हुए एनएमडीसी की हीरा खनन परियोजना मझगवां के प्रबंधन ने उक्त परियोजना पर काम किया है। इससे अब गांव के घर-घर में पानी पहुंचने लगा है।
परियोजना प्रबंधन ने किया लोकार्पण
परियोजना प्रबंधक राजीव शर्मा ने ग्राम बडौर का दौरा किया और बडौर ग्राम सरपंच रूप नारायण यादव की उपस्थिति में पेज जल आपूर्ति प्रणाली का लोकार्पण किया । इस अवसर पर परियोजना के उप महाप्रबंधक वाणिज्य डॉ. अनुराग चौबे, उप महाप्रबंधक सिविल एसआर डेहरिया, वरिष्ठ प्रबंधक कार्मिक भूपेश कुमार, श्रमिक संघ के समर बहादुर सिंह ,वीरेंद्र सिंह सहित ग्रामीण जन और विद्यार्थी उपस्थित थे।
परियोजना प्रबंधक राजीव शर्मा ने ग्राम बडौर का दौरा किया और बडौर ग्राम सरपंच रूप नारायण यादव की उपस्थिति में पेज जल आपूर्ति प्रणाली का लोकार्पण किया । इस अवसर पर परियोजना के उप महाप्रबंधक वाणिज्य डॉ. अनुराग चौबे, उप महाप्रबंधक सिविल एसआर डेहरिया, वरिष्ठ प्रबंधक कार्मिक भूपेश कुमार, श्रमिक संघ के समर बहादुर सिंह ,वीरेंद्र सिंह सहित ग्रामीण जन और विद्यार्थी उपस्थित थे।
ग्रामीणों को बांटे जूट के थैले
एनएमडीसी द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को पूर्णत: समाप्त करने के उद्देश्य से एनएमडीसी लिमिटेड हीरा खनन परियोजना द्वारा ग्रामीणजनों और विद्यार्थियों को जूट के थैले बांटे गए।
एनएमडीसी द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को पूर्णत: समाप्त करने के उद्देश्य से एनएमडीसी लिमिटेड हीरा खनन परियोजना द्वारा ग्रामीणजनों और विद्यार्थियों को जूट के थैले बांटे गए।