किसानों की समझ में नहीं आ रहा है कि वह खेतों में खड़ी फसलों की कटाई और थ्रेसिंग का काम कैसे कराएं। डीजल के परिवहन को लेकर भी किसानों के पास बड़ी समस्या है। किसान रामभगत ने बताया, बारिश के बाद फसलें भींग गई हैं। इससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है। किसान इसमें लगे हुए हैं कि खेतों में खड़ी फसलों को कितनी जल्दी थ्रेङ्क्षसंग के बाद घरों तक पहुंचा दें, जिससे उनके पूरी सीजन की मेहनत पर पानी नही फिर सकें।
किसानों ने बताया कि खेती की लागत बढऩे के बाद अब खेती उतनी आसान नहीं रही। ऊपर से कटाई के समय मजदूर और मशीनें तक नहीं मिल रही हैं। किसानों की समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।