गैंडों की सुरक्षा और खतरों के बारे में होगा अध्ययन
भारतीय वन्य जीव संस्थान व वल्र्ड वाइल्ड फंड फॉर नेचर(डब्ल्यू डब्ल्यू एफ)ने वीटीआर के मदनपुर, गनौली व वाल्मिकी नगर वन क्षेत्र को मूल्यांकन में उपयुक्त बताया है। पहले स्तर के मूल्यांकन के बाद असम के रिटायर्ड सीसीएफ सह ग्लोबल टाइगर फोरम के वर्तमान प्रोजेक्ट लीडर विशनसिंह बोनाल के नेतृत्व में नौ सदस्यों वाली टीम 18 से 20 जनवरी तक प्रबंधन का मूल्यांकन करेगी। इसमें गैंडों की सुरक्षा और खतरों के बारे में अध्ययन किया जाएगा।
रेल खंड के आगे खड़ी की दीवार
वीटीआर के निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि इस समय गनौली और वाल्मीकि रेंज में एक गैंडा मौजूद है। पहले यहां छह गैंडे थे, जिनमें दो बगहा-पनियहवा रेल खंड में ट्रेन की चपेट में आकर मारे गए। अब रेल खंड के आगे दीवार खड़ी कर दी गई है। मदनपुर वनक्षेत्र के बहुत बड़े हिस्से में जलजमाव व ग्रास लैंड है, जो गैंडों के निवास के लिए उपयुक्त है।
भारतीय वन्य जीव संस्थान व वल्र्ड वाइल्ड फंड फॉर नेचर(डब्ल्यू डब्ल्यू एफ)ने वीटीआर के मदनपुर, गनौली व वाल्मिकी नगर वन क्षेत्र को मूल्यांकन में उपयुक्त बताया है। पहले स्तर के मूल्यांकन के बाद असम के रिटायर्ड सीसीएफ सह ग्लोबल टाइगर फोरम के वर्तमान प्रोजेक्ट लीडर विशनसिंह बोनाल के नेतृत्व में नौ सदस्यों वाली टीम 18 से 20 जनवरी तक प्रबंधन का मूल्यांकन करेगी। इसमें गैंडों की सुरक्षा और खतरों के बारे में अध्ययन किया जाएगा।
रेल खंड के आगे खड़ी की दीवार
वीटीआर के निदेशक हेमकांत राय ने बताया कि इस समय गनौली और वाल्मीकि रेंज में एक गैंडा मौजूद है। पहले यहां छह गैंडे थे, जिनमें दो बगहा-पनियहवा रेल खंड में ट्रेन की चपेट में आकर मारे गए। अब रेल खंड के आगे दीवार खड़ी कर दी गई है। मदनपुर वनक्षेत्र के बहुत बड़े हिस्से में जलजमाव व ग्रास लैंड है, जो गैंडों के निवास के लिए उपयुक्त है।