इस फिल्म में करने वाली है बच्चन साहब के साथ काम
बता दें कि बबली मूल रूप से मुंगेर जिले के सफियाबाद की रहने वाली है। बबली ने दारू ने खूब प्रशंसा बटोरी थी। बबली की जिंदगी फिल्मी कलाकारों की तरह चमक धमक से भरी नहीं है वह आज भी जिले के हवेली खड़गपुर में एक किराए के मकान में अपनी मां के साथ रहती है। लंबा संघर्ष भरा सफर तय करने के बाद यहां पहुंचने वाली बबली पटना के एसबीएन कॉलेज में बीए पार्ट- 3 की पढाई कर रही है। उनका कहना है कि उन्होेंने डायरेक्टर राजन की फिल्म “शहर मसीह नहीें” में काम किया था तभी हिंदी फिल्मों के निर्देशक हेमंत कुमार बच्चन ने उनकी एक्टिंग स्कील को देखकर उन्हें अपनी अपकमिंग फिल्म “हिंद की बेटी” में काम करने का आॅफर दिया। इस फिल्म मेें बीग बी अमिताभ बच्चन भी काम करने वाले है। बबली का कहना है कि यह उनके लिए एक स्वर्णीम अवसर की तरह है। वह इस फिल्म में काम करने को लेकर बड़ी उत्सुक और बड़ी खुश है।
बता दें कि बबली ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष किया है। उनके माता-पिता का तलाक हो गया था जिसके बाद उनकी मां ने उन्हें ही उनका भरण पोषण किया। बबली बचपन से ही डांस कॉम्पीटीशन व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया करती थी तभी एक शिक्षक के कहने पर उन्होंने एक फिल्म के लिए आॅडिशन दिया। बबली ने बताया कि वह जब अपने नाना के घर रहा करती थी। मामा व अन्य लोगों फिल्म लाइन बिल्कुल पसंद नहीं थी ऐसे में वह पहली आॅडिशन देने के लिए घर से भाग गई थी पर जब तक वहां पहुंची तो आॅडिशन लेने वाली टीम वहां से रवाना हो चुकी थी। बबली ने हार नहीं मानी और कुछ दिन इंतजार कर उन्होंने फिल्म हाउस में फोन किया जिसके बाद उन्हें दोबारा आॅडिशन के लिए बुलाया गया। बबली की दारू फिल्म ने खूब प्रशंसा बटोरी थी। इस फिल्म को और अभिनय करने के लिए बबली को कई अवार्ड मिल चुके है।