scriptमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना की ज़रूरत पर दिया जोर | Bihar Chief Minister gives emphasis on the need of caste census | Patrika News

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना की ज़रूरत पर दिया जोर

locationपटनाPublished: Feb 13, 2019 07:08:39 pm

Submitted by:

Prateek

प्रियरंजन भारती की रिपोर्ट…

nitish kumar file photo

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(पटना): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना कराए जाने पर जोर दिया है। उन्होंने विधानसभा में विपक्ष के हंगामे और वाक आउट के बीच राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद के जवाब में इसकी वकालत की। सदन में विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश की और वाकआउट किया।


मुख्यमंत्री ने जातिगत जनगणना पर पूरा जोर देते हुए कहा कि 2011 में जनगणना नहीं बल्कि जातिगत सर्वे हुआ था। हमने ही इस पर आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा कि 2021 में जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। मैं केंद्र सरकार से इस पर आग्रह करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में भाजपा को भी कोई परहेज नहीं है। जातिगत जनगणना से हर तरह की सहूलियत होगी। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में अब अपराध की कमी आई है। 2004-05 की तुलना में अपराध बहुत कम हुए हैं अपराधियों के हौसले पस्त हो रहे हैं । बिहार लगातार तरक्की कर रहा है। उन्होंने योजनाओं के लागू होने और लोगों के लभान्वित होने के आंकड़े गिनाए।


तेजप्रताप के बॉडीगार्ड लाने से गरमाया मामला

विपक्ष ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी और बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सदन के बाहर भीतर हंगामा किया। विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की और सदन से वाक आउट किया। विपक्षी सदस्य बाहर भी नारेबाजी प्रदर्शन करते रहे। लालू यादव के बड़े बेटे और आरजेडी विधायक तेजप्रताप यादव के निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ विधानसभा परिसर पहुंचने के साथ ही सुरक्षा चूक भी उजागर हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर पटना के डीएम, एसपी से बात की। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय पहुंचे और कहा कि जांच के बाद चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि तेजप्रताप ने मीडिया से कहा कि सरकार यदि उन्हें सुरक्षा दे, तो वह निजी सुरक्षाकर्मियों को नहीं लाएंगे।

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