मजबूत बनने कि लिए प्रयासरत कांग्रेस
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद झा ने यहां कहा कि उनकी पहली प्रथमिकता संगठन को मजबूत करना है। इसके लिए वह टीम को मजबूत बनाएंगे। हर जिले में संगठन को धारदार बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें सभी लोगों को साथ लेकर चलना है।
कयासों के परे जाकर हुई नियुक्ति
कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में 27 सीटें जीतीं थीं। लिहाजा पार्टी दस लोकसभा सीटों की मांग आरजेडी से करने के मूड में है। झा ने कहा कि हम जीत के विश्वास के साथ ही लोकसभा चुनाव में उतरेंगे। पार्टी हाईकमान का यही निर्देश है कि अधिक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज़ करने का माहौल बनाना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी चंद माह पूर्व ही अशोक चौधरी को हटाकर इस पद पर बहाल किए गये थे। उन्हें यह अंदेशा कतई नहीं था कि लोकसभा चुनावों से पहले ही नये अध्यक्ष की बहाली कर दी जाएगी। डॉ मदन मोहन झा के बिहार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद पर नियुक्ति के बाद सियासी गलियारों में यह आवाज दबे स्वर में सुनाई दे रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने झा को मनोनीत कर स्वर्ण कार्ड खेला है।