सोशल मीडिया में इस खबर के तेजी से वायरल होते ही लियोन ने ट्वीट किया। लिखा,हाहा। बहुत खुश हूं कि दूसरी सनी ने इतना अच्छा स्कोर हासिल किया।
तेजस्वी ने साधा निशाना
जबकि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस बहाने नीतीश सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर तंज कसे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के सुशासन का ही असर है कि फर्जी अंकों पर बहालियां की जाती हैं।
इधर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के मंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि जूनियर इंजीनियरों की परीक्षा का परिणाम आया ही नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जेई के पदों पर वैकेंसी निकाली गई थी। उसके लिए हजारों लोगों ने आवेदन किए। आवेदकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों में प्राप्त अंकों के आधार पर सिर्फ मेरिट लिस्ट प्रकाशित की गई है ताकि आवेदक मूल प्रमाण पत्रों के साथ उपस्थित होकर अपना सत्यापन करा सकें। मंत्री विनोद निरायण झा ने कहा,ये नियुक्तियां है ही नहीं। वैकेंसी पर 72000 लोगों ने आवेदन किए हैं। सत्यापन के बाद उम्मीदवारों की काउंसलिंग की जाएगी। उसके आधार पर दस्तावेजों के सत्यापन के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सवाल यह उठता है कि जब परीक्षा हुई ही नहीं तो परिणाम में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट कैसे प्रकाशित कर दी गई।