इस चुनाव के लिए योग्य उम्मीदवारों के नामों की सूची तय करने की जिम्मेदारी सुशील कुमार मोदी और राज्य के भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय को दी गई थी। इन दोनों ने सूची को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के पास भेजा। जहां से तीनों नामों पर मुहर लगाई गई। इस सूची में संजय पासवान का नाम सामने आने पर राजनीतिक महकमे में कई कयास लगाए जा रहे है। संजय पासवान बहुत लंबे समय से राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं है। पर यह कयास लगाए जा रहे है कि उन्हें उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने दलित वर्ग को खुश करने का प्रयास किया है। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और लाल बाबू प्रसाद का कार्यकाल समाप्त होने के कारण यह तीनों सीटें खाली होने वाली हैं।
राजद के सभी प्रत्याशी भर चुके है नामांकन
भाजपा से पहले राजद ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी। और राजद के चारों प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया हैं। राजद की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, रजद के प्रदेशाध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, सैयद मोहसिन खुर्शीद,चुनाव लड़ने वाले हैं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की सीट पर संतोष कुमार मांझी विधान परिषद जाने वाले हैं। इसमें राजद संतोष को समर्थन देने वाली हैं। बता दे कि संतोष मांझी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे हैंं। संतोष को राजद के समर्थन की बात उसी वक्त सामने आ गई थी जब जीतन राम ने एनडीए से किनारा किया था। गौरतलब है कि राबड़ी देवी और रामचंद्र पूर्वे तीसरी बार विधान परिषद जाने वाले हैं जबकि संतोष व सैयद मोहसिन खुर्शीद के लिए यह पहला मौका है।