सवाल-सीट शेयरिंग में जदयू को इतना महत्व क्यों?
जवाब-एनडीए में सब साथ हैं। किसी को कम या अधिक महत्व देने का सवाल ही नहीं पैदा होता। वैसे यह नेतृत्व के अधिकार क्षेत्र में आता है। किसी भी क्षण सीटों पर तालमेल के स्वरूप की घोषणा संभव है।
सवाल-रालोसपा की नाराजगी किसलिए?
जवाब-उपेंद्र जी नाराज कहां हैं। वह तो हमेशा ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनवाने की बात करते हैं। इसके लिए वह हर सीमा तक जाने की बात करते हैं। बाकी बातें फिर कहां मायने रखती हैं।
सवाल-दूसरे गुट के सांसद अरूण कुमार का क्या होगा?
जवाब-यह तो उनको तय करना है कि वह क्या करेंगे और किसके सात जाएंगे। हमें क्या करना है हम जानते हैं।
सवाल-नीतीश कुमार चुनाव बाद फिर बदल गये तो?
जवाब-एनडीए में पूरी एकजुटता है। हम सभी साथ हैं और रहेंगे। ऐसे कयास लगाना भी फालतू का है।
सवाल-भाजपा में इतनी गुटबाजी और अंतर्द्वंद्व क्यों?
जवाब-कहां गुटबाजी है। भाजपा में अंतर्द्वंद्व न था,न है और न होगा। हम पूरी तरह एक साथ हैं।किसी मुद्दे पर हमारे यहां एक ही निर्णय हुआ करता है।
सवाल-आगामी लोकसभा चुनाव में क्या तस्वीर बनेगी?
जवाब-तस्वीर तो अभी से ही साफ है। हम सभी चालीस सीटें जीतेंगे। जनता हमें अपार समर्थन दे रही है। नरेंद्र मोदी पूर्ण बहुमत लेकर सत्ता में फिर से आएंगे।
सवाल-विपक्ष भी तो यही दावे कर रहा है। महागठबंधन ताकतवर नहीं क्या?
जवाब-दावेदारी अलग चीज है। हमें जनता का और सर्वसमाज का व्यापक समर्थन मिल रहा है।राज्य की जनता भ्रमित होने वाली नहीं है।
सवाल-नीतीश कुमार के खिलाफ यदि लोगों का गुस्सा उभरा तो भाजपा को उसका खामियाजा नहीं भुगतना पड़ेगा क्या?
जवाब-नीतीश जी लोकप्रिय नेता हैं। राज्य की जनता हमें भरपूर समर्थन देने के मूड में है। हम सभी चालीस सीटें जीतने जा रहे हैं।
सवाल-बिहार में चुनाव के मुद्दे क्या होंगे?
जवाब-मुद्दा सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनवाने का है। एनडीए की केंद्र और राज्य सरकारों के जनोन्मुखी काम और विकास के बढ़ते आयाम पर जनता हमारे साथ आ रही है।
सवाल-राममंदिर के मुद्दे पर क्या होगा?
जवाब-मंदिर बनेगा। अदालत या आपसी सहमति से निर्णय होगा।