दुबे बिहार आकर दिखाए
दुबे के बिहार घुसने की संभावनाओं पर डीजीपी गुप्तेशेवर पांडेय ने दो टूक अंदाज में कहा है कि अगर विकास दुबे बिहार की सीमा में घुसता है तो उसका बिहार पुलिस अपने हिसाब से स्वागत करेगी। डीजीपी ने चुनौती देते हुए कहा है कि विकास दुबे बिहार आकर दिखाए, उसे तभी पता चलेगा कि बिहार पुलिस और एसटीएफ क्या होती है?
बिहार में हो सकता है दुबे
उत्तर प्रदेश पुलिस को शक है कि विकास दुबे और उसके अन्य १८ सहयोगी बिहार की शरण ले सकते हैं। इस सूचना के बाद ही उत्तरप्रदेश और बिहार सीमा पर पुलिस का हाईअलर्ट जारी किया गया है। पुलिस वाहनों, होटलों और अन्य छिपने के स्थानों पर सघन तलाशी ले रही है। बिहार में 2017 से 2020 तक पुलिस एनकाउंटर ने एनकाउंटर में करीब एक दर्जन अपराधियों को मार गिराया था।
बक्सर रहा बसेरा
यूपी के बाहुबलियों का बक्सर से पुराना कनेक्शन रहा है और कई बार बड़े मामले में वहां के अपराधी पुलिस से बचने के लिए यहां शरण लेते रहे हैं। 2005 में यूपी में चर्चित विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद शूटरों ने बक्सर में पनाह ली थी। 2016 में मायावती को अपशब्द बोलने में आरोपित दयाशंकर को पकडऩे के लिए यूपी पुलिस एड़ी-चोटी एक कर दी थी। दयाशंकर बक्सर में छिपे मिले थे।
बिहार में बढ़े अपराध
नीतीश सरकार का अपराधियों पर यह नकेल 2013 तक बदस्तूर जारी रहा। लेकिन 2013 में नीतीश के बीजेपी से अलग होने के बाद एक बार फिर अपराधियों का मनोबल बढ़ गया था। इसके बाद 2015 में जब नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाई तो बिहार में एक बार फिर अपराध की घटनाएं बढऩे लगी। हालांकि 2017 में नीतीश ने लालू का साथ छोड़ फिर से बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली, लेकिन बिहार में अपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।